राजनाथ सिंह की सभा के लिये बने पोस्टर में आदिवासी सांसद मोहन मंडावी की उपेक्षा-कांग्रेस

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प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा कि कांकेर सांसद मोहन मंडावी की तस्वीर को राजनाथ सिंह की आम सभा के लिए जारी पोस्टर में नहीं लगाना आदिवासियों का अपमान है। भाजपा के द्वारा इस प्रकार से पोस्टर जारी कर आदिवासियों को अपमानित किया गया है। भाजपा हमेशा आदिवासियों का अपमान करती है, आदिवासी वर्ग को नीचा दिखाने का षड्यंत्र करती है और हमेशा आदिवासी वर्ग को अपमानित करने का अवसर ढूंढते रहती है। विश्व आदिवासी दिवस के दिन भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय को हटाकर आदिवासियों का अपमान किया गया था।

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने जेपी नड्डा से पूछा कि कांकेर में होने वाली राजनाथ सिंह की आम सभा के लिए जारी पोस्टर में कांकेर सांसद मोहन मंडावी की तस्वीर क्यों नही लगाया गया? क्या सांसद मोहन मंडावी की तस्वीर नहीं लगाने का निर्देश मोदी-शाह के द्वारा दिया गया? राजनाथ सिंह के आम सभा के पोस्टर में प्रदेश के बाहर से आए ओम माथुर, नितिन नवीन की तस्वीर लगाई गई, 15 साल तक आदिवासियों का शोषण करने वाले पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह की तस्वीर लगाई गई हैं लेकिन कांकेर का प्रतिनिधित्व करने वाले आदिवासी सांसद मोहन मंडावी की फ़ोटो गायब कर दी गई।

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा कि भाजपा में आदिवासियों का मान सम्मान नहीं है सांसद भवन के लोकार्पण के दौरान भी आदिवासी वर्ग की राष्ट्रपति जी को दूर रखा गया था। आदिवासी वर्ग की राज्यपाल अनुसुईया उईके जी को काम करने नहीं दिया गया,  भाजपा नेता अनैतिक दबाव डालते थे और उन्हें यहां के राज्यपाल पद से हटा दिया गया, यह भाजपा का चरित्र है। वरिष्ठ आदिवासी नेता नंदकुमार साय को इतना अपमानित किया गया कि वह भाजपा छोड़ दिए, अब ननकीराम कंवर और अन्य आदिवासी नेताओं को भाजपा के नेता दबाव डाल रहे हैं, अपमानित कर रहे हैं।


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