जब 15 साल सत्ता में थे तब कर्मचारियों को नियमित क्यों नहीं किया : कांग्रेस

feature-top

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल द्वारा आंदोलन कर रहे संविदा कर्मचारियों के बीच जाकर उनकी मांग का समर्थन करते हुए ऐलान करने को भाजपा कि अवसरवदिता है भाजपा ने सीधी भर्ती बंद किया तभी संविदा पर 15 सालो तक भर्तियां हुई। संविदा कर्मचारियों को नियमित भर्ती क्यों नहीं किया था । नेता प्रतिपक्ष आज संविदा कर्मचारियों को विश्वास दिला रहे हैं तो इन पर विश्वास कौन करेगा? 15 साल मुख्यमंत्री रहे रमन सिंह अब कर्मचारियों का समर्थन करने उनके पंडालों तक पहुंच जाते हैं जब सत्ता में थे तो इन कर्मचारियों पर एस्मा लगाते थे। पुलिस की लाठियां बरसाते थे। जेल भेज देते थे। आज इन्हें कर्मचारियों की सुध आ रही है।भाजपा के अध्यक्ष आज घड़ियाली आंसू बहाते हैं। जब भाजपा सत्ता में थी तब भाजपा के अध्यक्ष किस गुफा में आराम फरमाया करते थे। नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल, भाजपा अध्यक्ष अरुण साव और पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह पहले तो कर्मचारियों को यह जवाब दें कि उन्हें नियमित क्यों नहीं किया। उनका शोषण क्यों किया। उन्हें प्रताड़ित क्यों किया और अब क्या वजह है कि उनके बीच जाकर झांसे दे रहे हैं।

 

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने कहा कि कांग्रेस जो कहती है वह करती है। कांग्रेस ने साढ़े चार साल में अपने 36 वादों में से 95 प्रतिशत वादे पूरे कर दिए हैं। कांग्रेस ने जो कहा है वह कर रही है कांग्रेस ने यह कभी नहीं कहा कि जो वादे किए थे उनसे पीछे हटेंगे। जितने भी वादे किए थे कांग्रेस उन वादों को पूरा कर रही है। भाजपा भ्रम पाले बैठी है कि वह सत्ता में आएगी।भाजपा को यह अच्छी तरह समझ लेना चाहिए कि छत्तीसगढ़ की जनता और छत्तीसगढ़ के कर्मचारी वर्ग ने 15 साल तक उसका भ्रष्ट और हिटलर शाही राज भोगा है। अब कोई भाजपा के झांसे में नहीं आने वाला। सभी को भरोसा है कि कांग्रेस ही अपना वादा पूरा कर सकती है और कर रही है। भाजपा ने छत्तीसगढ़ के पहले चुनाव में जो वादे किए वह दूसरी और तीसरी बार सत्ता में आने पर भी पूरे नहीं किए। जनता से वादाखिलाफी, कर्मचारियों से वादाखिलाफी भाजपा का पुराना हथकंडा है। कांग्रेस ने पहली बार में ही छत्तीसगढ़ के हर वर्ग और कर्मचारियों के लिए इतना अधिक कर दिया है कि भाजपा के 15 साल का रिकॉर्ड उठा कर देख लें और कांग्रेस के साढ़े 4 साल का रिकॉर्ड देख लें। कांग्रेस के साढ़े 4 साल भाजपा के 15 साल पर भारी हैं। इसीलिए सभी को भरोसा है कि कांग्रेस का हाथ सबके साथ है।


feature-top