छत्तीसगढ़ कॉन्क्लेव

feature-top

 

. मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने ऐसे क्षेत्रों में इंग्लिश मीडियम स्कूल आरम्भ कराए। अंदरूनी क्षेत्रों में भी स्कूल आरम्भ कराए। हमारे स्कूलों में एडमिशन की बड़ी डिमांड है। 

दो साल में हमने लगभग साढ़े सात सौ स्कूल आरम्भ कराए।

. भाषा के प्रश्न पर मुख्यमंत्री ने कहा कि अवधि, भोजपुरी, छत्तीसगढ़ी बहनों जैसी भाषा हैं। संस्कृति पर हमारा बहुत जोर है।

. स्वास्थ्य में सारे पद भरे हुए हैं। पहले सर्जरी के लिए बाहर जाना होता था। अब जिलों में ही होता है। बलरामपुर में डायलिसिस हो जाता है। ओडिशा से मरीज यहां इलाज के लिए आते हैं। यहां हाट बाजार में जाने की परंपरा है। हमने इसका लाभ उठाया और वहीं इलाज की सुविधा दी। लोग अस्पताल नहीं जाते लेकिन यहां जाते हैं तो इलाज कराते हैं। 

 

. कोविड से क्या सीख ली आपने, क्या यह सब सुविधा कोविड की वजह से आई। मुख्यमंत्री ने कहा कि नहीं, मैंने पहले ही इंटरव्यू में कहा था कि छत्तीसगढ़ की बड़ी समस्या कुपोषण की है। इसके लिए हमने योजना बना ली थी और इसका लाभ हुआ।

 

. नक्सल प्रभावित क्षेत्रों की बात करें तो आप कहते हैं कि हिंसा कम हुई है। फिर भी एक हादसा भी हो तो तकलीफ होती है। मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले अरनपुर जाना ही कठिन था। हमने लोगों का विश्वास जीता। लोगों को सुविधा दी। आपस में विश्वास का माहौल पैदा किया। आदिवासियों की जमीन वापस की। वनाधिकार पट्टा दिया। वनोपज खरीदे। हमने कोदो कुटकी का समर्थन मूल्य घोषित किया।

 

. भारत का सबसे बड़ा मिलेट का प्लांट हमारे यहां लगा है। अब समर्थन मूल्य घोषित हुआ तो लोगों को लाभ हुआ। इंग्लैंड में हमारा महुआ जा रहा है। वनोपजों की अच्छी कीमत दिलाने में हम सफल रहे हैं। हमने देवगुड़ियों का जीर्णोद्धार किया। घोटुल का जीर्णोद्धार किया। आसना में बादल बनाया ताकि बस्तर के आर्ट को सहेजा जा सके। बस्तर में सांस्कृतिक समृद्धि बहुत है इसे सहेजने हम कार्य कर रहे हैं।


feature-top