छत्तीसगढ़ के लोगों के चेहरे में मुस्कान हमारी सरकार ने लाई है : मुख्यमंत्री भूपेश बघेल

feature-top

मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने कहा कि छत्तीसगढ़ के लोगों के चेहरे में मुस्कान हमारी सरकार ने लाई है l

आदिवासियों की संस्कृति को दुनिया में किसी ने महत्व नहीं दिया । हमने आदिवासी नृत्य का आयोजन छत्तीसगढ़ में किया जिसमें देश ही नहीं विदेशी कलाकार भी आते हैं l

जो मेहनतकश लोग हैं उनके मेहनत का दाम हमने दिया है किसान हो मजदूर हो और विक्रेता मेहनतकश लोगों का दाम हमने दिया । बेरोजगारों को हमने काम दिया । छत्तीसगढ़ की संस्कृति गम हो गई थी लोग उसे नजरअंदाज कर रहे थे । जो हीनता की भावना से और पीछे कोशिश करने का प्रयास कर रहे थे । लोगों की जो भावना थी छत्तीसगढ़िया सबसे बढ़िया जो हमारी भाषा है खान-पान संस्कार है उसको हम लोगों ने सम्मानित करने का काम किया l

हमने जो वादे जनता से किये थे वो तो।पूरा कर ही रहे हैं साथ ही जो वादे नहीं किये उसे भी पूरा कर रहे हैं l

उदाहरण के लिए स्वामी आत्मानन्द स्कूल वहाँ 1 सीट के लिए 10 आवेदन आ रहे हैं ।

तेंदूपत्ता का मूल्य हमारे यहां ₹4000 हमारे यहां 67 प्रकार के लघु वनोपजों का संग्रहण यहाँ होता है । देश का तीन चौथाई लघु वनोपज का संग्रहण छत्तीसगढ़ में होता है । धान का सर्वाधिक कीमत हमारे यहां है उसके साथ ही गन्ना भी सर्वाधिक कीमत में यहां दी जाती है । कोदो कुटकी का समर्थन मूल्य हमने घोषित किया है l

कोरोना काल मे लघु वनोपज खरीदने का काम किया तेंदूपत्ता खरीदी का काम किया जबकि उस समय देश में दुकान एवं फैक्ट्री भी बन्द थीं ऐसे समय में छत्तीसगढ़ सरकार लोगों के साथ खड़ी रही l

कोरोना संकट के समय जब देश में कहीं काम नहीं चल रहा था तब 26 लाख मनरेगा मजदूर छत्तीसगढ़ में काम कर रहे थे यह अपने आप में एक रिकॉर्ड है l


feature-top