140 करोड़ उम्मीदों का भाला

लेखक- संजय दुबे

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हर खिलाड़ी के घर मे एक जगह सुरक्षित रखी जाती है उपलब्धि के तमगों के लिए। इस जगह पर पहली सफलता से लेकर खिलाड़ी जीवन के हर पड़ाव पर मिली सफलता का प्रतीक चिन्ह सहित अखबारो की कतरने भी होती है। हिंदुस्तान( मुझे भारत और गुलामी के प्रतीक इंडिया से बेहतर नाम लगता है) के महान के बजाय महानतम खिलाड़ी नीरज चोपड़ा के उपलब्धि के कैबिनेट में जिस गोल्ड मैडल की प्रतीक्षा थी, वह भी कल उनके अभूतपूर्व प्रदर्शन के जरिये आ ही गया। हंगरी की राजधानी बुखापेस्ट में देर रात 140 करोड़ उम्मीदों का भाला जब नीरज चोपड़ा के हाथों से छूटकर वेगवान होते हुए 88.17 मीटर के लक्ष्य को छुआ तो देश के हिस्से में विश्व एथलेटिक्स स्पर्धा में 40 साल के इतिहास में पहला गोल्ड मैडल हाथ लग गया। ओलंपिक खेलों के बराबर या कहे कभी इससे भी अधिक गलाकाट स्पर्धा के इस आयोजन में अपने देश के राष्ट्रगान को मौका देना कठिन होता है। नीरज चोपड़ा ने देश को ये भी उपलब्धि दिलाकर ये सिद्ध कर दिया कि वे देश के सबसे बड़े खेल व्यक्तित्व है। अब नीरज चोपड़ा, महेंद्रसिंह धोनी, अभिनव बिंद्रा के समकक्ष हो चले है। एथलेटिक्स में 192 देश के खिलाड़ियों को पार करना होता है। इस कारण नीरज चोपड़ा की उपलब्धि ज्यादा मायने रखती है

 हम गर्व है कि हमारे हिंदुस्तान में एक खिलाड़ी नीरज चौपड़ा के रूप में है जो ओलंपिक औऱ विश्व एथलेटिक्स स्पर्धा दोनो में गोल्ड मेडल विजेता है। उनके पहले ये उपलब्धि अभिनव बिंद्रा के पास रही है जिन्होंने ओलंपिक औऱ विश्व शूटिंग स्पर्धा, दोनो जीती थी।विश्व पटल पर देखे तो केवल दो भालाफ़ेक खिलाड़ी चेक गणराज्य के जान जेलेजनी औऱ नॉर्वे के थोर किल्डसन ही इतिहास में ऐसे है जिन्होंने ओलंपिक औऱ विश्व एथलेटिक्स स्पर्धा जीती है। जेलेजनी 1992,1996 औऱ 2000 में ओलंपिक साथ ही साथ 1993,1995 औऱ 2001 में भालाफ़ेक स्पर्धा जीती है। नॉर्वे के किल्डसन 2008 में ओलंपिक औऱ 2009 में विश्व एथलेटिक्स स्पर्धा जीते है। नीरज 2021 में ओलंपिक औऱ 2023 में विश्व एथेलेटिक्स स्पर्धा में ये उपलब्धि हासिल किए है।

  2016 से नीरज चौपड़ा ने82.23 मीटर भालाफ़ेक कर सपने सफलता की शुरुवात की थी। उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन फिनलैंड में था जहां 89.69 मीटर भाला फेंका था। डायमंड लीग में 88.44 मीटर के बाद बुखापेस्ट में 88.17 मीटर में उनका गोल्ड मेडल सुरक्षित रहा।

देशवासी गर्व से कह सकते है कि एशिया जूनियर, वर्ल्ड जूनियर, राष्ट्रमंडल, एशियाई ,ओलंपिक औऱ वर्ल्ड एथलेटिक्स चेम्पियन के इकलौते रूप याने आल इन वन खिलाड़ी नीरज चोपड़ा हमारे पास है। बताते चले कि सबसे दूर 98.48 मीटर भाला फ़ेकने का रिकार्ड जान जेलेजनी के पास है।


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