चंपारण में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का संबोधन

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मुख्यमंत्री ने कहा कि आप सभी जानते हैं कि छत्तीसगढ़ में राम वन गमन परिपथ का निर्माण कार्य चल रहा है, चंदखुरी से शुरूआत हुई, शिवरीनारायण के बाद तीसरा राजीव लोचन मंदिर और अब चम्पारण में भी भगवान राम की भव्य मूर्ति का अनावरण हुआ है l

चम्पेश्वर महादेव यहां विराजे हैं, पूजा करने का अवसर प्राप्त हुआl  

*ट्रस्ट की ओर से मांग आई और नो लास नो प्राफिट पर मैं कैफेटेरिया को ट्रस्ट द्वारा संचालित करने की घोषणा करता हूं.l

चम्पारण भगवान वल्लभाचार्य का प्राकट्य स्थल है, देश विदेश के लोग यहां आते हैं, पर्यटन स्थल के अनुरूप यहां अधोसंरचना का विकास किया जाएगा

आदिम परंपरा और संस्कृति को सुरक्षित और संरक्षित करने का काम लगातार हमारी सरकार कर रही है l

 

आदिवासी संस्कृति के संरक्षण एवं संवर्धन के लिए हमने बादल नाम की संस्था बनाई, घोटुल का नव निर्माण करा रहे हैं, आदिवासी नृत्य महोत्सव का आयोजन राष्ट्रीय स्तर पर हो रहा है l

विदेशों से लोग यहां आते हैं और यहां की गौरवशाली और समृद्ध संस्कृति से हतप्रभ रह जाते हैं l

 

 

देश में कहीं भी रामायण महोत्सव का आयोजन नहीं हुआ, हमने देश में पहली बार आयोजन कराया

पहले नक्सलगढ़ के नाम से प्रदेश को जाना जाता था, आज हम कृष्ण कुंज की स्थापना कर रहे हैं, हर ब्लाक में माडल जैतखाम की स्थापना करने जा रहे हैं.

सिरपुर का भी विकास हम कर रहे हैं, भगवान राम के नाम से देश में बहुत राजनीति हो रही है, नफरत फैलाने का काम हो रहा है. 

ऐसे लोग लंबे समय तक कामयाब नहीं हो सकते, राम हमारे भांचे हैं.

देश और दुनिया को हम अपनी संस्कृति से अवगत करा रहे हैंl 

हम मानते हैं कि ईश्वर कण कण में है, हर जगह वो व्याप्त है, हर पशु पक्षी में हैंl 

 

 

अन्नदाता की सेवा हम कर रहे हैं, कभी उनके ऊपर परेशानी नहीं आने दिए, कोरोना में भी हमने अपने अन्नदाता की सेवा की इस साल फसल अच्छी हो किसी की नजर न लगे, इस वर्ष प्रति एकड़ 20 क्विंटल धान खरीदना है l

 

छत्तीसगढ़ महतारी के बेटा बेटी की हम सेवा कर रहे हैं आपने मौका दिया आपको प्रणाम करता हूंl

 

आप सभी को राखी तिहार की बधाई l


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