सड़क दुर्घटना रोकने जांजगीर-चांपा जिले में 1839 घुमन्तु पशुओं का गौठानों में किया गया व्यवस्थापन

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सड़क दुर्घटना रोकने के लिए पशु चिकित्सा विभाग द्वारा जांजगीर-चांपा जिले में 1839 घुमन्तु पशुओं का निकटतम गौठानों में व्यवस्थापन किया गया है, 931 घुमन्तु पशुओं को रेडियम पट्टी लगाई गई है। जांजगीर-चांपा जिले के पशु चिकित्सा सेवाओं के उपसंचालक से प्राप्त जानकारी के अनुसार जिले में माह जुलाई एवं अगस्त 2023 में 108 दुर्घटनाग्रस्त पशुओं का उपचार कर 13 घायल पशुओं को नजदीक की गौशालाओं में व्यवस्थापित किया गया है। गौठानों में भेजे गए पशुओं के स्वास्थ्य परीक्षण के साथ बीमार और घायल पशुओं का उपचार भी किया जा रहा है। इसके साथ-साथ 1052 पशुओं की टैगिंग की गई है। 

 

उपसंचालक पशु चिकित्सा सेवाएं से प्राप्त जानकारी के अनुसार जांजगीर-चांपा जिले में 08 पशु चिकित्सालय, 23 पशु औषधालय, 02 कृत्रिम गर्भाधान केन्द्र, 22 उपकेन्द्र एवं 01 चलित चिकित्सा इकाई संचालित हैं। इन सभी संस्थाओं में कार्यरत विभाग के अधिकारी-कर्मचारी पशुधन की स्वास्थ्य सुरक्षा, पशु पालकों की आर्थिक स्थिति में सुधार, पशुधन के दुर्घटना से बचाव के लिए पूरी निष्ठा के साथ अपने कार्य संपादित कर रहे हैं। दुर्घटना की जानकारी मिलने पर पशु चिकित्सा विभाग के मैदानी अमले एवं मुख्यालय में संचालित जिला पशु चिकित्सालय व चलित चिकित्सा इकाई के अधिकारी-कर्मचारी दुर्घटना स्थल पर पहुंचकर दुर्घटनाग्रस्त पशु का उचित उपचार करते हैं तथा गंभीर रूप से घायल पशु को आवश्यकतानुसार नजदीक की गौशाला में व्यवस्थापित करते हैं। 

 

 उपसंचालक पशु चिकित्सा सेवाएं से प्राप्त जानकारी के अनुसार पिछले दो माह में जांजगीर-चांपा जिले में गंभीर रूप से दुर्घटनाग्रस्त 06 पशुओं की मृत्यु हुई है। इसे विभाग द्वारा गंभीरता से लिया गया है तथा विभाग द्वारा सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए जिले से होकर गुजरने वाले नेशनल हाईवे, स्टेट हाईवे और प्रमुख मार्गो में विचरण कर रहे घुमन्तु पशुओं को रेडियम पट्टी लगाने एवं व्यवस्थापित पशुओं का स्वास्थ्य परीक्षण एवं समुचित उपचार के निर्देश मैदानी अमले को दिए गए हैं।


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