राहुल जानते ही क्या हैं, लिखी हुई स्क्रिप्ट पढ़ते हैं : सरमा

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असम सीएम ने कहा, मोहब्बत और दुकान एक साथ हो सकती है क्या? दुकान में तो लेनदेन होता है, मोहब्बत तो बिना लेनदेन की चीज होती है। मोहब्बत मतलब सच्चा प्यार, दुकान मतलब खरीद-बिक्री। मोहब्बत की तो कभी दुकान नहीं हो सकती है। लेकिन राहुल गर्व से बोलते हैं मोहब्बत की दुकान। बेचारे को ये भी नहीं पता है कि मोहब्बत और दुकान दोनों Contradictory है। इसलिए राहुल को जो स्क्रिप्ट देता है, वही वो पढ़ रहे हैं और अपने आपको वो एंग्री यंग मैन की तरह दिखाना चाहते हैं।


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