कौन जीतेगा सबसे अधिक और कम वोट से

लेखक- संजय दुबे

feature-top

 

 भारत के संविधान में भारत को राज्यो का संघ माना गया है।1952 से देश के राज्यो में निर्मित विधानसभा के लिए निर्धारित क्षेत्र अनुसार चुनाव होते आ रहे है। इन चुनाव में हर राज्य में प्रत्याशी अधिकतम और न्यूनतम वोट से जीतते हारते रहे है। बात 1952से अब तक हुए विधान सभा चुनाव में एक विधानसभा क्षेत्र से सबसे अधिक और सबसे कम वोट से जीतने वाले प्रत्याशी की हो तो इस मामले में उत्तर प्रदेश और कर्नाटक दो ऐसे राज्य है जहां के विधान सभा चुनाव में तीन प्रत्याशियों ने सबसे अधिक और कम वोट से जीतने का रिकार्ड बनाया है ।

 2022में हुए उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में साहिबाबाद विधानसभा से भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी सुनील शर्मा ने समाजवादी पार्टी के अमरपाल शर्मा को 2,14,835(दो लाख चौदह हजार आठ सौ पैंतीस ) वोट से हरा कर 2019 में महाराष्ट्र के वर्तमान उप मुख्यमंत्री अजित पवार के बारामती विधानसभा क्षेत्र से 1लाख 65हजार वोट के जीत के रिकार्ड को तोड़ा था। अजीत पवार के इस रिकार्ड को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के बेटे पंकज सिंह ने 1लाख81हजार के जीत से भी तोड़ा है।

  विधानसभा चुनाव मेंसबसे कम वोट से जीतने वाले दो प्रत्याशी क्रमशः कर्नाटक और राजस्थान के है। 2004 में कर्नाटक के संथेरहल्ली विधान सभा क्षेत्र से कांग्रेस के के आर ध्रुव नारायण जेडीएस के ए आर कृष्णमूर्ति को सिर्फ एक वोट से हरा कर जीते थे।

 2008में इस रिकार्ड की पुनरावृति राजस्थान में हुई । नाथद्वारा विधान सभा क्षेत्र से भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी कल्याण सिंह चौहान वर्तमान राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष और पूर्व केंद्रीय मंत्री सी पी जोशी से एक वोट के अंतर से जीते थे। सी पी जोशी उस समय राजस्थान के कांग्रेस पार्टी से मुख्य मंत्री पद के दावेदार थे।

 छत्तीसगढ़ में 2003से विधान सभा चुनाव हो रहे है। 2018में कवर्धा विधान सभा क्षेत्र से कांग्रेस के प्रत्याशी मो अकबर ने सर्वाधिक 59038वोट से जीत दर्ज की थी। उन्होंने अंतागढ़ से भाजपा के भोजराम नाग के 50हजार वोट से जीत के रिकार्ड को तोड़ा। 

छत्तीसगढ़ में सबसे कम वोट से जीतने वाली प्रत्याशी धमतरी से भाजपा की रंजना साहू है। 2019के विधान सभा चुनाव में उन्होंने कांग्रेस के गुरुमुख सिंह होरा को 464वोट से हराया था।

 आज शाम को चार राज्यों के विधान सभा चुनाव के परिणाम आ जायेंगे।देखना होगा कि देश और छत्तीसगढ़ में कौन प्रत्याशी सबसे अधिक और कम वोट से जीतने का नया रिकार्ड बनाता है या पुराने रिकार्ड यथावत रहेंगे।


feature-top