मवेशियों की देखभाल के लिए बनी योजना बंद...

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कांग्रेस सरकार की फ्लैगशिप गौठान योजना पर ताला लग चुका है। मवेशियों की देखभाल करने के लिए पिछली सरकार ने प्रदेश के 9 हजार 671 स्थानों पर गौठान बनाए थे। इनका जिम्मा उस इलाके के लोगों को ही एक समिति बनाकर दिया गया था। साढ़े चार साल में सरकार ने इन पर 11 सौ 34 करोड़ रुपए खर्च किए, लेकिन यह योजना सफल नहीं हो सकी।

अब सरकार बदलने के बाद तो सभी गौठानों में बदहाली है। कहीं ठेकेदार, प्रभावशाली लोगों ने कब्जा कर गोदाम, कमरे बना लिए हैं तो कहीं ताले लग गए हैं। इन गौठानों में खाद, पेंट, गौ काष्ठ बनाकर बेचने की भी योजना थी, जो उस सरकार के समय ही फेल हो गई थी। भाजपा सरकार ने इन्हें बंद नहीं करने की बात कही है, लेकिन अभी तक किसी भी गौठान में कोई काम शुरू नहीं किया गया है।


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