टीकों के रखरखाव के सिस्टम में खामी, हर साल 20 करोड़ बर्बाद..

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33 में से किसी भी जिले के वैक्सीन स्टोर में जनरेटर ही नहीं

छत्तीसगढ़ में सरकारी अस्पतालों सामुदायिक, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों, आंगनबाड़ी आदि में बच्चों को लगाए जाने वाले टीकों के रखरखाव के सिस्टम में बीते 23 साल से कई सारी खामियां नजर आती है। इनके कारण हर साल करीब 20 करोड़ का टीका बर्बाद हो जाता है। यानी 23 साल में करीब साढ़े चार सौ करोड़ का टीका बर्बाद हो चुका है। केवल यही नहीं, कोल्ड चेन सिस्टम में इस तरह की लापरवाही के चलते बच्चों को लगाए जा रहे टीकों की एफिसिएंसी यानी प्रभाव पर भी विपरीत असर पड़ रहा है।

जानकारों के मुताबिक टीकों के ट्रांसपोर्ट से लेकर स्टोरेज और बच्चों को लगाए जाने के वक्त तक हर स्तर पर कोल्ड चेन सिस्टम के प्रोटोकाल का पालन होना बहुत जरूरी होता है। अगर इसमें खामी रहे तो टीका या तो असर करेगा ही नहीं या फिर उसके कारण साइड इफेक्ट जैसी समस्याएं तक बन सकती है। भास्कर ने प्रदेश में पूरे कोल्ड चेन सिस्टम की जमीनी पड़ताल की तो कई चौंकाने वाली बातें सामने आई है।


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