आईपीएल 2024: उफान और तूफान का रोमांचक मैच

लेखक- संजय दुबे

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 आईपीएल प्रथम श्रेणी का सीमित ओवर का एक ऐसा टूर्नामेंट है जिसमे इस साल नया प्रयोग किया गया है, वह है मैदान की गोलाई की दूरी को कम कर दिया गया है।इसका परिणाम ये हुआ छक्कों की संख्या में आशातीत बढ़ोत्तरी हो गई है दूसरा दो सौ रन बनने के बाद कोई भी टीम बेफिक्र नहीं हो सकती थी कि मैच में जीतना आसान है।

ऐसे ही आईपीएल में जब प्ले ऑफ के लिए तीन टीम सुरक्षित हो चुकी थी ।चौथे स्थान के लिए भारत के दो पूर्व कप्तानों महेंद्र सिंह धोनी और विराट कोहली की टीम चेन्नई सुपर किंग्स और रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरू कल आमने सामने हुई। इस मैच का परिणाम पहले से तय था कि रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरू को दो सौ से अधिक रन बनाने होंगे और अठारह रन के अंतर से मैच जीतना होगा।ये भी सूचना थी कि बरसात खलल डाल सकती है।ऐसे में मैच के अनिर्णीत रहने की स्थिति में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरू के लिए रास्ते बंद थे।

 रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरू पिछले कई सालों से दुर्भाग्यशाली टीम के रूप में शुमार है। इस साल भी शुरुवाती दौर में ऐसा ही लग रहा था कि रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरू पीछे से दूसरे तीसरे स्थान पर रह जाए तो बड़ी बात होगी। इस बात को आगे के सात मैच की कहानी ने पलट कर रख दिया।  

कल के मैच में क्रिकेट का सारा रोमांच देखने को मिला। रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरू की तरफ से शुरुवात की तो पहले तीन ओवर में विराट और ने दस रन के औसत से रन बनाए। पानी ने खलल डाला फिर मैच शुरू हुआ तो चेन्नई सुपर किंग्स के स्पिनर्स ने रन गति पर अंकुश लगाया। इसके बाद विराट कोहली(47) आउट हुए तो उम्मीद चेन्नई सुपर किंग्स के दर्शको की तरफ बैठ गई। फ्लेसिस(54) रजत पाटीदार(41)और केमरून ग्रीन(38)ने आक्रामक बल्लेबाजी कर फिर गैयर बदला और उम्मीद रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरू के दर्शको की तरफ चली गई। 218रन बनाने के बाद रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरू ने एक रोड़ा पार कर लिया कि दो सौ से अधिक रन बना लिए।

अब चेन्नई सुपर किंग्स की बारी थी।इन्हे जीतने के अलावा एक और छोटा लक्ष्य प्ले ऑफ में जाने के लिए मिला था कि केवल 199रन बना लो और आगे बढ़ जाओ। ऋतुराज गायकवाड़ के पहले बॉल में आउट होने पर मैदान में कोई खास असर नहीं हुआ, हां बेंगलुरु की टीम ने जश्न जरूर मनाया।रचिंद्र रविंद्र(61) जब तक मैदान में रहे बेंगलुरु के क्षेत्र रक्षक बेफिक्र नहीं थे। रन भी जीतने चाहिए थे बनते जा रहे थे। अचानक ही विकेट के बीच समझदारी में गड़बड़ी हुई और रचिन्द्र रविंद्र रन आउट हो गए। इसके बाद शिवम दुबे भी सस्ते में आउट हो गए। जिम्मेदारी रविंद्र जडेजा(42) और महेंद्र सिंह धौनी(25) पर आ गई। दोनो ने एक्सीलेटर दबाया और एक समय हारती हुई चेन्नई जीत के तरफ दौड़ने लगी। आखरी दो ओवर में 38रन बनाने थे। उन्नीसवे ओवर में 21 रन बने,इस वक्त धोनी का विकेट बेंगलुरु के हाथ लग गया और आखरी ओवर में 17 रन का दबाव सामने आ खड़ा हुआ। जडेजा ने आखरी ओवर की पहली बाल छक्का जरूर लगाया लेकिन आगे की चार बाल में चार रन ही बन सके।अंतिम दो बॉल में दो छक्के या एक छक्का और एक चौके की जरूरत थी लेकिन दोनो बॉल बिना किसी रन के खर्च हो गई।

 निर्णय हो गया कि 2024 के लिए चार टीम प्ले ऑफ में रहेगी जिसमे पांच बार की विजेता चेन्नई सुपर किंग्स नही रहेगी याने 42साल के धोनी की टीम को धोनी के साथ या बगैर 2025 का इंतजार करना होगा।

 विराट कोहली की टीम को मौका मिला है कि वे आईपीएल में वेस्ट इंडीज के समान अपने नाम सामने से पनौती को हटाए।जब से आईपीएल चल रहा है विराट अपनी टीम रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरू को विजेता नही बना पाए है। इस बार पर्पल कैप पहने कोहली को मौका है कि अपने ही महिला टीम से थोड़ा सा हौसला उधार लेकर फाइनल जीता ले जाए। कुछ सप्ताह पहले ही रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरू की पुरुष टीम ने स्मृति मांधना की कप्तानी में महिला आईपीएल विजेता टीम को बधाई देने के लिए कतारबद्ध होकर ताली बजाई थी। लगे हाथ स्मृति मांधना की महिला टीम को भी पुरुष टीम के लिए कतार बद्ध होना पड़ जाए तो एक साल में पुरुष और महिला टीम के विजेता होने का रिकार्ड भी बनेगा।


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