महाराजा प्रवीरचंद्र भंजदेव एवं गुण्डाघूर सम्मान वर्ष 2024-25 के लिए 25 सितम्बर तक अनुशंसाए आमंत्रित

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 01 नवम्बर 2024 को राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर राज्य के सर्वाेत्कृष्ट खिलाड़ियों को दिए जाने वाले महाराजा प्रवीरचंद्र भजदेव एवं गुण्डाधूर सम्मान वर्ष 2024-25 हेतु 25 सितम्बर 2024 तक निर्धारित प्रारूप में अनुशंसाए आमंत्रित की गई है। महाराजा प्रवीरचद्र भंजदेव एंव गुण्डाधूर सम्मान प्रतिवर्ष एक-एक खिलाड़ी को दिया जाता है। प्रत्येक अलंकरण में 01 लाख रूपये नगद, अलंकरण फलक, प्रशस्ति पत्र से सम्मानित किया जाएगा।

 

महाराजा प्रवीरचंद्र सम्मान उन पात्र खिलाडियों को दिए जाएंगे, जिन्होंने वर्ष 2023-24 (विगत वर्ष) में तीरंदाजी की राष्ट्रीय चौम्पियनशिप (सीनियर वर्ग) या राष्ट्रीय खेलों में छत्तीसगढ़ की ओर से भाग लेते हुए स्वर्ण पदक, रजत पदक या कांस्य पदक प्राप्त किया हो या अंतर्राष्ट्रीय तीरंदाजी प्रतियोगिता में भारत का प्रतिनिधित्व किया हो। यदि तीरंदाजी में उपरोक्त उपलब्धियों वाले खिलाडी किसी वर्ष नहीं मिले तो इस नियम के जारी होने वाले वर्ष को सम्मिलित करते हुए तीन वर्षों तक तीरंदाजी की राष्ट्रीय शालेय प्रतियोगिता या राष्ट्रीय अंतरविश्वविद्यालयीन प्रतियोगिता में पदक प्राप्त खिलाड़ी को यह सम्मान देने हेतु चयन के लिए विचार में लिया जाएगा। यदि तीरदाजी में उपरोक्त उपलब्धियों वाले खिलाडी किसी वर्ष नहीं मिले तो उस वर्ष अन्य ऐसे खेल, जिन्हें भारत सरकार युवा कार्य और खेल मंत्रालय, राष्ट्रीय स्तर के खेल अलकरण हेतु विचार क्षेत्र में लेता है, ऐसे खिलाडियों को जिन्होंने विगत वर्ष की राष्ट्रीय चौम्पियनशिप (सीनियर वर्ग) या राष्ट्रीय खेलों में छत्तीसगढ़ की ओर से भाग लेते हुए स्वर्ण पदक, रजत पदक या कास्य पदक प्राप्त किया हो या अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिता में भारत का प्रतिनिधित्व किया हो, इस सम्मान हेतु चयन के लिए विचार में लिए जाएंगे।

 

गुण्डाघूर सम्मान ऐसे पात्र खिलाडियों को दिये जाऐंगे, जिन्होंने वर्ष 2023-24 (विगत वर्ष) में ऐसे खेल जिन्हें भारत सरकार युवा कार्य और खेल मंत्रालय राष्ट्रीय स्तर के खेल अलंकरण हेतु विचार क्षेत्र में लेता है, ऐसे खिलाडियों को जिन्होंने विगत वर्ष की राष्ट्रीय चौम्पियनशिप (सीनियर वर्ग) या राष्ट्रीय खेलों में छत्तीसगढ़ की ओर से भाग लेते हुए स्वर्ण पदक, रजत पदक या कास्य पदक प्राप्त किया हो या अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिता में भारत का प्रतिनिधित्व किया हो। यह सम्मान पुरूष एवं महिला वर्ग के खिलाडियों के लिए सम्मिलित रूप से होगा अर्थात् उपलब्धियों की तुलना सम्मिलित रूप से की जाएगी। इस सम्मान के लिए उन खिलाडियों की उपलब्धियों पर विचार किया जाएगा, जो छत्तीसगढ़ का स्थानीय निवासी है या उपलब्धि वर्ष एवं पुरस्कार वर्ष में छत्तीसगढ़ राज्य की किसी मान्यता प्राप्त शैक्षणिक संस्था में नियमित अध्ययनरत रहे हों या उपलब्धि वर्ष एवं पुरस्कार वर्ष में छत्तीसगढ़ राज्य के शासकीय/अर्द्धशासकीय अथवा सार्वजनिक उपक्रम में निरंतर कार्यरत रहे हों। सम्मान हेतु वर्ष की गणना 01 अप्रैल से 31 मार्च तक होगी। यदि चयन समिति की राय में किसी विशेष वर्ष में इस सम्मान को पाने योग्य प्रदर्शन नहीं होता है तो उस वर्ष सम्मान देने की आवश्यकता नहीं है। यह सम्मान खेल एवं युवा कल्याण विभाग के अन्य खेल पुरस्कारों के अलावा होगा जो खिलाडी को उसकी उपलब्धि के लिए दिया गया है, लेकिन महाराजा प्रवीर चंद्र भंजदेव सम्मान अथवा गुण्डाधूर सम्मान से अलंकृत खिलाड़ी इस सम्मान के लिए पात्र नहीं होंगे। यह सम्मान किसी खिलाड़ी को उसके जीवनकाल में केवल एक बार ही दिया जाएगा। यदि किसी खिलाड़ी या दल को उपलब्धि वर्ष या सम्मान वर्ष में मान्यता प्राप्त खेल संगठन द्वारा राज्य या राष्ट्रीय चौम्पियनशिप से निष्कासित किया गया हो तो उसे संबंधित वर्ष के लिए यह सम्मान प्राप्त करने की पात्रता नहीं होगी। अनुशंसा प्रस्तुत करने की अंतिम तिथि 25 सितम्बर, 2024 निर्धारित की गई है। विभागीय वेबसाईट http://sportsyw.cg.gov.in से आवेदन का प्रारूप प्राप्त किया जा सकता है। इस अवधि में अनुशंसा पत्र संचालनालय खेल एवं युवा कल्याण, अंतर्राष्ट्रीय हॉकी स्टेडियम, जी.ई. रोड रायपुर अथवा खेल एवं युवा कल्याण विभाग के जिला कार्यालय में कार्यालीयन दिवस एवं समय पर प्रस्तुत किया जा सकता है।


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