दंतेवाड़ा/गीदम : शाट सर्किट से पोटाकेबिन में नही लगी आग, आगजनी में सबकुछ स्वाहा, 63 लाख का समान जलकर हुआ खाख

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दंतेवाड़ा/गीदम । दंतेवाड़ा जिले में कारली स्थित बालिका आवासीय विद्यालय मंगलवार तड़के सुबह जलकर राख की भस्म में तब्दील में हो गया। आग इतनी भीषण थी, पोटाकेबिन कैम्पस जो चटाई का बना हुआ था पूरी तरह से समान के साथ जल गया। जले हुये समान की कीमत और नुकसान का आँकलन विभाग ने 65 लाख रुपये आंकी है, जिसमें फर्नीचर, कुर्सी, बिस्तर, गद्दे, कैमरे, अलमारी जैसे तमाम समान थे। सामानों के साथ 2009 से लेकर 2020 तक के समस्त दस्तावेज भी जलकर भस्म हो गये। हालांकि अभी तक आग लगने के कारणों का सही ढंग से पता नहीं चल सका है। मगर आरजीएम के अधिकारी इसे सार्ट सर्किट बताते में पल भर की देरी भी नही कर रहे। मगर बुधवार को जब विधुत कर्मचारी मौके पर पहुँचे तो उन्हें पोटाकेबिन बिजली सप्लाई के मीटर के पास सबकुछ सही सलामत दिखा, क्योकि फ्यूज और एमसीवी ठीक हालात में थे। साथ ही सार्ट सर्किट की आशंका से भी कर्मचारी ने साफ इंकार किया क्योंकि कर्मचारियों के निवास और विद्यालय दोनो जगह बिजली की सप्लाई एक ही जगह से थी। आग की लपेटो में कैश बुक, चेकबुक, सामग्री वितरण पंजी, शिष्यवृत्ति जैसे अहम दस्तावेज 2009 से लेकर अबतक के सब कुछ जलकर खाक हो गये, जितना अधिक सामान पोटाकेबिन की तरफ से नुकसान में दिखाया जा रहा है। वह भी मौके हालात में दिखे कमरे के अनुसार बहुत अधिक लगता है। क्योंकि वैसे भी जले हुए स्थल के एक चौथाई हिस्सा निर्माणाधीन था। अब जांच का विषय यह उठता है कि आगजनी की घटना में विभाग आखिर इतना लंबा चौड़ा नुकसान बताकर हासिल क्या करना चाहता है, खैर यह सब विभागीय जांच का विषय है। लेकिन आग लगी या लगाई गई जो भी हो, इस घटना में कोई जनहानि नही हुई।
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