तिल्दा नेवरा नगर पालिका परिषद उपाध्यक्ष ने मुख्य नगर पालिका अधिकारी को पेयजल समस्या के लिए जिम्मेवार बताया

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पालिका उपाध्यक्ष सुखवानी ने आरोप लगाते हुए कहा कि पिछले कुछ महीनों से पालिका मे सीएमओ डहरिया द्वारा नगरहित व जनहित नजरअंदाज कर कुछ लोगो को लाभ पहुचाने का काम कर रहे है। पेयजल समस्या भी इसी कारण नगर में लगातार महीनों से जारी हैं। उन्होंने बताया कि सीएमओ द्वारा पिछले 7-8 वर्षों से कार्यरत सुपरवाइजर को हटाकर उनके स्थान पर अपने परिजनों, रिश्तेदारों, मित्रो व एक पार्षद के भाई को पालिका में काम पर रख लिया है। जिन्हें कार्यो का न तो अनुभव है ना ही जानकारी। इसी का परिणाम है कि पानी सप्लाई के लिए इस्तेमाल की जाने वाली मोटर बार बार खराब हो रही है और अब जल भी गयी है। पूरी नगर की जनता इनकी मनमानी के चलते चुने हुए जनप्रतिनिधियों पर सवाल उठा रही है। वही सीएमओ साहब अपनो को रेवड़ियां बाटने की जुगत में दिखाई पड़ रहे है। अध्यक्ष व सीएमओ अपनी जिम्मेदारी डाल रहे एक दूसरे पर। पालिका उपाध्यक्ष ने बताया कि पेयजल समस्या को जब पालिका अध्यक्ष से शिकायत की जाती है तो वे सीएमओ डहरिया से चर्चा करने को कहती है। और जब सीएमओ से चर्चा की जाती है तो वे अध्यक्ष से। पूरे पार्षद इनदिनों परेशान है। वे चाहकर भी नागरीको को मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध नही करवा पा रहे। यही रवैया रहा तो मजबूरन हम सभी को आंदोलन के लिए तैयार होना पड़ेगा। क्योंकि हम सबको जनता ने भरोसे के साथ चुना है और हम उनके भरोसे के लिए किसी भी हद तक लड़ाई लड़ने को तैयार है। पूरे प्रदेश में सबसे परेशान तिल्दा नेवरा पालिका क्षेत्र की जनता। सुखवानी ने आरोप लगाते हुए कहा कि प्रदेश में कांग्रेस की सरकार होने व पालिका में कांग्रेस की अध्यक्ष होने के बाद भी नगर की जनता पानी, सफाई जैसी मूलभूत सुविधाओं के लिए मुह ताकते बैठने को मजबूर हैं। पूरे प्रदेश में किसी भी नगरीय निकाय क्षेत्र से ऐसी जानकारी सामने नही आती जैसी हमारे नगर तिल्दा नेवरा से आ रही है। विज्ञप्ति के माध्यम से की निराकरण की मांग। उन्होंने पालिका अध्यक्ष व मुख्य नगर पालिका अधिकारी से इस विज्ञप्ति के माध्यम से निवेदन करते हुए नगर की जनता को ध्यान में रख कर पेयजल आपूर्ति, सफाई व्यवस्था जैसी आवश्यक सुविधाओं के लिए त्वरित कार्यवाही व उचित कदम उठाने की मांग की है। जिससे नागरिको को पानी के लिए इधर उधर न भटकना पड़े।
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