कोंडागांव : सक्रिय 2 महिला नक्सलियों ने किया एसपी के समक्ष किया आत्मसमर्पण

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कोण्डागांव । पुलिस महानिरीक्षक बस्तर रेंज, सुन्दरराज पी. (भा.पु.से.) एवं उप पुलिस महानिरीक्षक उत्तर बस्तर रेंज कांकेर, डाॅ0 संजीव शुक्ला (भा.पु.से.) के मार्ग-दर्शन में कोण्डागांव पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ तिवारी (भा.पु.से.) के नेतृत्व में जिला कोण्डागांव में एक ओर नक्सलियों के विरूद्ध लगातार अभियान संचालित किए जा रहे है वहीं दूसरी ओर स्थानीय भटके हुए ग्रामीणों को नक्सलियों का साथ छोड़कर मुख्यधारा में जोड़ने की मुहिम भी जारी है। इसी मुहिम के अंतर्गत ग्राम बेड़मा थाना मर्दापाल निवासी दो महिला माओवादियों ने दिनांक 27.11.2020 को नक्सली विचारधारा छोड़कर समाज की मुख्यधारा में शामिल होने के उद्देश्य से कोण्डागांव पुलिस अधीक्षक, सिद्धार्थ तिवारी (भा.पु.से.) के समक्ष आत्मसमर्पण किया है। उक्त दोनों महिला माओवादियों में से एक आमदई एलजीएस के साथ वर्ष 2017 से दलम सदस्य के रूप में जुड़कर सक्रिय रही तथा कोण्डागांव, नारायणपुर व बीजापुर के सरहद पर स्थित ग्राम तुसवाल के पहाड़ी क्षेत्र में प्रशिक्षण हासिल किया और तब से आमदई एलजीएस के साथ ग्राम तुमड़ीवाल, कुदुर, आलवाड, किलम, बेचा, तुसवाल इत्यादि ग्रामों में नक्सल गतिविधियों में सक्रिय रही । वहीं दूसरी आत्मसमर्पित महिला माओवादी ने वर्ष 2013 में तत्कालिक जनताना सरकार मिलिशिया कमाण्डर जैतराम कोरार्म के दबाव में आकर मिलिशिया सदस्य के रूप में नक्सलियों के साथ काम किया तथा ग्राम तुसवाल के पहाड़ी इलाकों में प्रशिक्षण प्राप्त कर भानपुरी, कुदुर, तुमड़ीवाल क्षेत्र में बडे़ काडर के नक्सलियों को सहयोग देने एवं तुमड़ीवाल-किलम इलाकों में स्थानीय दलम के साथ नक्सल गतिविधियों में सक्रिय रही। दोनों महिला माओवादी शासन के नीति के तहत कुल 01 लाख की ईनामी हैं। पूछताछ के दौरान सामने आए तथ्यों से पता चला है कि दोनों महिला नक्सलियों ने क्रमशः वर्ष 2013 एवं 2017 में माओवादियों से जुड़ने के पश्चात् वापस घर आकर समान्य जीवन जीने का प्रयास भी किया था, परन्तु तुमड़ीवाल क्षेत्र में सक्रिय नक्सलियों द्वारा दबावपूर्वक पुनः इन्हें अपने साथ ले जाकर काम कराया गया। नक्सलियों के शोषण से क्षुब्ध होकर क्षेत्र में सुरक्षा बलोें के बढ़ते प्रभाव में उक्त दोनों महिला नक्सलियों ने शासन की आत्मसमर्पण नीति के प्रभाव में आत्मसमर्पण किया है और अपने गांव की प्रगति में भागीदार बनने की इच्छा जाहिर की है, जिस पर पुलिस अधीक्षक कोण्डागांव ने उनके इस कदम की सरहना की और इनकी इच्छा का सम्मान करते हुए शासन की नीति के तहत् इनका आत्मसमर्पण स्वीकार किया है।
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