मंत्री सिंहदेव ने छात्र-छात्राओं को किया संबोधित, बोले- छात्र वैश्विक मानवता का बने आधार

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नारायणपुर : रामकृष्ण मिशन आश्रम द्वारा रामकृष्ण परमहंस एवं स्वामी विवेकानंद के बहुमूल्य विचारों, आधुनिक शिक्षा तथा इस क्षेत्र की सांस्कृतिक मूल्यों एवं विरासतों के अनुरूप बच्चों को शिक्षा प्रदान करने का जो कार्य किया जा रहा है, यह अपने-आप में बहुत ही महत्वपूर्ण है। छात्र उन मूल्यों को आत्मसात करते हुए वैष्विक मानवता के आधार बने तथा स्वयं का विकास और निर्माण भी करें। उक्त बातें प्रदेष के प्रदेष के पंचायत एवं ग्रामीण विकास, लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री टी.एस. सिंहदेव ने रामकृष्ण मिषन आश्रम के आडिटोरियम में बहिरंग कक्ष (ओपीडी) के शुभारंभ पष्चात छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि इस दुर्गम एवं दूरस्थ क्षेत्र में जिस स्तर की षिक्षा एवं स्वास्थ्य सेवायें प्रदान की जा रही है तथा यहां की स्थानीय सांस्कृतिक मूल्यों और रीतियों को पालन हो रहा है, वह अद्वितीय है। उन्होंने कहा कि दुनिया में ऐसेे बहुत कम स्थान हैं, जहां ऐसी कठिन एवं दुर्गम परिस्थितियों में शिक्षा एवं स्वास्थ्य सेवाओं के साथ-साथ मानवीय मूल्यों एवं मान्यताओं का संवर्धन किया जा रहा है।

    स्वास्थ्य मंत्री सिंहदेव ने कहा कि छात्र जीवन से ही इस क्षेत्र के संबंध में जानने और समझने की उत्कट अभिलाषा रही और उन्हें अपनी उच्च षिक्षा के दौरान रामकृष्ण परमहंस और स्वामी विवेकानंद के बहुमूल्य विचारों से अवगत होने का अवसर मिला। उन्होंने कहा कि इस संस्था में इस क्षेत्र के बड़ी संख्या में बच्चे अपनी सांस्कृतिक अस्तित्व एवं धरोहरों को सहेजते हुए षिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। संस्था द्वारा नई सोच एवं तकनीकी शिक्षा से भी अवगत कराकर छात्रों का भविष्य निर्माण किया जा रहा है, जो सराहनीय पहल है। मंत्री श्री सिंहदेव ने बच्चों से कहा कि षिक्षक एवं गुरूजन एक सीमा तक अपने गुरूतर दायित्वों का निर्वहन करते हैं, इसके बाद छात्रों का दायित्व है कि वे अपने भविष्य को सुधारें और मानवीय मूल्यांे के अनुसार स्वयं को ढालें। उन्होंने शासन स्तर पर हरसंभव मदद का भरोसा दिलाया।

    कार्यक्रम के आरंभ में अतिथियों ने रामकृष्ण परमहंस, स्वामी विवेकानंद के छात्राचित्र के समक्ष दीप प्रज्जवलित किया। इस दौरान रामकृष्ण मिषन आश्रम के सचिव स्वामी व्याप्तानंद जी महाराज ने आश्रम द्वारा संचालित विभिन्न गतिविधियों की विस्तृत जानकारी दी। इस दौरान अतिथियों को स्मृति चिन्ह, शॉल एवं श्रीफल भेंटकर सम्मानित किया। 


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