तिल्दा नेवरा प्रयोग आश्रम तिल्दा में चार दिवसीय स्वराज शिविर आयोजित

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तिल्दा नेवरा में चार एकता परिषद् के तत्वावधान में प्रयोग आश्रम तिल्दा में दिनांक 3 से 6 दिसम्बर तक चार दिवसीय स्वराज शिविर का आयोजन किया गया है . इस शिविर को एकता परिषद् के संस्थापक तथा राष्ट्रीय सर्वोदय समाज के नव-नियुक्त राष्ट्रीय संयोजक श्री राजगोपाल जी मार्ग-दर्शन कर रहे है . इस तारतम्य में बैठक के दुसरे दिन राज्य के ग्रामीण विकाश, पंचायत एवं स्वास्थ्य मंत्री श्री टी-एस- सिंघ्देव जी अतिधि के रूम में आये थे . सर्व प्रथम गाँधी जी के मूर्ति में सूत माल्यार्पण कर कार्यक्रम का शुरुवात किया गया . तत्पश्चात संस्था के कार्यकर्ताओं द्वारा "जय जगत पुकारे जा सर अमन पे वारे जा" गीत गाकर अतिथि का स्वागत किया गया . एवं अतिथि के खादी का शाल भेंट किया गया . राजगोपाल जी द्वारा अपने उद्बोधन में स्वराज का वास्तविक अर्थ एवं मायने बताये कि व्यक्ति को स्वयं के मन, कर्म और वचन पर नियंत्रण करना ही स्वराज है . सिंघ्देव जी ने राजाजी के शब्दों का समर्थन करते हुए कहा कि स्वराज शब्द का वास्तविक अर्थ हमारे मन, विचारों, भावनाओं पर हमारा नियंत्रण होना है. हम सर्व प्रथम अपने मन पर राज करें जिससे मानवीय मूल्यों एवं आदर्शों का विकास हों और समाज सा लोगों के बीच सही सामंजस्य व् मूल्यों का आदान-प्रदान हो सके . मंत्री महोदय ने बताया कि हमें एसे प्रयास करना चाहिए जिससे ग्राम स्टार पर ग्राम सभा का महत्व एवं स्थान को प्रति व्यक्ति जान सके जिससे उनकी ताकत का उपयोग कर ग्राम स्वराज की कल्पना साकार हो सके . स्वराज शिविर में छत्तीसगढ़ राज्य के 18 जिलों के 70 ग्रामीण मुखिया व् कार्यकर्त्ता साथी के साथ साथ एकता परिषद् के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्रद्धा कश्यप, एकता परिषद् के राष्ट्रीय संयोजक रमेश शर्मा, प्रयोग आश्रम के अध्यक्ष सीताराम सोनवानी, सचिव अरुण कुमार, ग्रामीण विकास प्रतिष्ठान के सचिव नरेन्द्र जाधव, प्रशांत भाई, मुरलीदास संत आदि वरिष्ठ साथी शरीक कर रहे हैं .
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