बंद का बिहार मे कितना असर

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बिहार – बिहार में 77 फ़ीसदी कार्यबल खेती किसानी से जुड़ा है,ऐसे में इस बंद को ऐतिहासिक और सफल बनाने की कोशिश तमाम किसान संगठन और महागठबंध के दल कर रहे हैं। महागठबंध के वामपंथी दलों के साथ राजद और कांग्रेस भी इस बंद को समर्थन दे रहे हैं। बंद के समर्थन में वो सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन भी करेंगे।इसके अलावा बिहार राज्य किसान सभा और अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति के बैनर तले भी तमाम किसान संगठन प्रदर्शन करेंगे।बिहार में तीनों कृषि क़ानूनों के प्रति किसानों को जागरुक करने के लिए अभियान चलाया जा रहा है और 2006 में नीतीश कुमार ने जो मंडी सिस्टम ख़त्म कर दिया था। उसे तमाम किसान संगठन और महागठबंधन के दल बहस में लाने की कोशिश कर रहे हैं।


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