राजनांदगांव में किसान ने घर में फंदा लगाकर जान देदी

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, किसान आंदोलन के बीच छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव में एक किसान ने खुदकुशी कर ली। उसका शव खुद के कच्चे मकान की मयार में फंदे से लटका हुआ मिला। परिजनों का कहना है कि किसान कर्ज से परेशान था। हालांकि बैंक से कर्ज की कोई बात सामने नहीं आई है। इसके बाद SDM ने मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं। सोमवार को आई रिपोर्ट में लिखा है बैंक से कोई कर्ज नहीं था।

 जानकारी के मुताबिक, डोंगरगांव के आसरा निवासी मूलचंद यादव (53) शनिवार रात अपने कच्चे मकान की मयार में लटका हुआ मिला था। परिजनों का कहना है कि मूलचंद कर्ज से परेशान था। हालांकि उसके बेटे दीपक ने बताया कि पिता ने बैंक से कोई कर्ज नहीं लिया था। वह नागपुर में काम करता है। घटना के दिन वह नागपुर के लिए निकला था,कुछ ही घंटों के बाद रात में आत्महत्या की सूचना मिली।

घटना के समय घर में कोई नहीं था मूलचंद के बेटे ने बताया कि उसकी रोज अपने पिता से बात होती थी। उन्होंने किसी प्रकार की परेशानी की बात नहीं कही। उन्होंने समूह से 5 हजार रुपए लिए थे। समूह में पहले भी लेनदेन चलता आ रहा है। घटना के समय पत्नी और बच्चे पास में ही हो रहे शादी समारोह में गए थे। वहां से आकर देखा की मूलचंद ने फांसी लगा ली है।इसके तुरंत बाद परिजन और पुलिस को फोन लगाया गया। जांच रिपोर्ट में लिखा- बेटे ने पुष्टि की, बैंक से कोई कर्ज नहीं था

SDM हितेश पिस्दा जांच के लिए गांव पहुंचे और परिजनों से जानकारी ली। अपनी रिपोर्ट में बताया कि बैंक से किसी भी तरह का कर्ज नहीं था। इसकी पुष्टि मूलचंद के पुत्र दीपक ने की है। दीपक ने बताया है कि उनके बंटवारे में 1.50 एकड़ भूमि मिली है। जिसमें एक एकड़ में धान बोया गया था। जिसमें 15 बोरा धान हुआ है। शेष आधा एकड़ रेगहा में दिया गया है। खुदकुशी का कारण स्पष्ट नहीं है।


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