दन्तेवाड़ा जिले में सुपोषण अभियान से पिछले कुछ सालों की तुलना में 4.53 प्रतिशत की आयी कमी

feature-top

 

दन्तेवाड़ा :दंतेवाड़ा जिले में कुपोषण को प्रभावी रूप से समाप्त करने हेतु मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल द्वारा मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान की शुरुआत की गई थी। इसके अंतर्गत सुपोषण केंद्रों के माध्यम से 1 से 3 वर्ष के बच्चों शिशुवती माताओं एवं शाला त्यागी किशोरी बालिकाओं को प्रतिदिन गर्म भोजन प्रदान किया जाता रहा है। जिसमें चावल, दाल, सब्जी, रोटी, अंडा, लड्डू, अंकुरित अनाज और आचार दिया जाता है। साथ ही गर्भवती माताओं एवं तीन से 6 वर्ष के बच्चों को आंगनबाड़ी केंद्रों में नियमित आहार के अलावा प्रतिदिन अंडा एवं लड्डू दिया जाता है। जिले में 3 हजार 164 शिशुवती माता, 2 हजार 914 शाला त्यागी किशोरी बालिका, 6 हजार 748 एक से तीन वर्ष के बच्चे, 2 हजार 924 गर्भवती माता, 9 हजार 592 तीन से छः वर्ष के बच्चे हितग्राही के रुप में सम्मिलित हैं। जिले में मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान के क्रियान्वयन के फलस्वरूप कुपोषण में कमी देखी गई है। जिले में इसका प्रारंभ 24 जून 2019 से किया गया था। इसके उपरांत 2 फरवरी 2020 में योजना संचालित ग्रामीण क्षेत्रों के बच्चों के वजन में वृद्धि देखी गई। जून 2019 की तुलना में फरवरी 2020 में कुपोषण में 4.53 प्रतिशत की कमी आई है। जिला प्रशासन दंतेवाड़ा द्वारा कोविड-19 के संक्रमण से रोकथाम के व्यापक इंतजाम के साथ ही लॉकडाउन अवधि में जरूरतमंदों को हर संभव मदद की जा रही है। इसी कड़ी में कलेक्टर श्री दीपक सोनी के मार्गदर्शन में मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान के तहत् जिले के चिन्हांकित हितग्राहियों को पात्रतानुसार सूखा राशन-चावल,दाल,खड़ा मूंग एवं सोयाबीन बड़ी, तथा गुड़ के पैकेट बनाकर हितग्राहियों के घर-घर जाकर वितरित किया जा रहा है। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता तथा सहायिका अपने-अपने आंगनबाड़ी अंतर्गत दर्ज हितग्राहियो के घर-घर जाकर राशन के पैकेट पहुंचा रही है। 18 हजार 111 हितग्राहियों को सूखा राशन दिया गया।

जिला प्रशासन द्वारा कोविड-19 के संक्रमण से बचाव के तहत् इन कार्यक्रताओं को वितरण के दौरान सोशल डिस्टेसिंग एवं स्वच्छता का विशेष ध्यान रखने के निर्देश दिए गए हैं। कार्यकर्ता द्वारा इस निर्देश का अनुपालन सुनिश्चित किया जा रहा है तथा महिलाओं को स्वच्छता एवं सैनिटाइजर के उपयोग बताए जा रहे हैं। बार-बार साबुन से हाथ धोने की समझाईश दी जा रही है।


feature-top