कोविड-19 को नियंत्रण करने के लिए जिला प्रशासन प्रतिबद्ध, 3 हजार 898 मरीज हुए डिस्चार्ज

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सूरजपुर : दुनिया में नई-नई बीमारियां जन्म ले रही है। जिसमें से एक हैें कोविड-19 वायरस जो कि एक वैश्विक महामारी के रूप में फैल रहा है। बीमारी और वायरस फैलने का सबसे बड़ा कारण ग्लोबलाईजेशन है। कोविड-19 तेजी से फैलने वाली एक बीमारी हैं जिसका वर्तमान में एन्टीडॉट बनाने का कार्य विकासशील एवं विकसित दोनों प्रकार के देषों द्वारा किया जा रहा हैं। इस वैश्विक बीमारी से हमारा जिला भी अछूता नही रहा यहा सरगुजा संभाग का सर्वप्रथम कोविड 19 धनात्मक केस अप्रैल माह में विकासखण्ड प्रतापपुर ग्राम पंचायत के जजावल प्रवासी कैम्प में आया था।

जिले में कुल 07 तहसील, 06 विकासखण्ड, 01 जिला चिकित्सालय, 02 एम0सी0एच0, 09 सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, 36 प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, 209 उप स्वास्थ्य केन्द्र, 130 हेल्थ एण्ड वेलनेस सेंटर, 85 क्वारंटाईन सेंटर, 06 कोविड केयर सेंटर, 01 डेडिकेडेट कोविड सेंटर, 85 टेस्टिग सेंटर हैं।

जिले में कुल कोविड टेस्ट 79 हजार 476 हुए हैं। अब तक कुल 4 हजार 188 कोविड 19 के धनात्मक मरीजों के केस आये है जिनमें से 3 हजार 898 मरीजो का सफलतापूर्वक ईलाज कर डिस्चार्ज किया जा चुका है। इस प्रकार से 93 प्रतिशत रिकवरी रेट के साथ राज्य के औसत रिकवरी रेट से 4 प्रतिशत से अधिक है। जिले में अब तक कुल 27 मौत हो चुकी है केस फैटिलिटी रेट 0.6 प्रतिशत है जो की राज्य के औसत केस फैटिलिटी रेट से कम है।

प्रथम केस के आने पर कलेक्टर के निर्देषन पर स्वास्थ्य विभाग के आला अधिकारी एंव कर्मचारी त्वरित ऐक्शन मोड में आकर सघन ऐक्टिव सर्विलेंस कर क्षेत्र में रहने वाले लोगो का सघन जांच किया गया और लोगो को प्रोफाइलेक्टिक डोज दिया गया और इस प्रकार क्षेत्र में कोरोना को फैलने से सफलतापुर्वक रोकथाम किया गया। बाहर से आने वाले प्रवासी नागरिक एंव मजदूरों को पृथक क्वारंटाईन सेंटरों में रहने खाने का एंव कोविड जांच की सुविधा प्रदान की गई जिससे इस महामारी को रोकने में काफी हद तक सहायता मिली। जिले में अब तक 1 हजार 787 प्रवासियों का सफलतापूर्वक शत् प्रतिशत जांच उपरांत स्वास्थ्य लाभ प्रदाय कर सुरक्षित उनके घरो तक पहुॅचाया गया।

कोविड़-19 को नियंत्रिण करने एवं लोगों को तुरंत जॉच व ईलाज सुविधा उपलब्ध कराने के लिए सघन स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह 05 अक्टूबर से 12 अक्टूबर 2020 तक मनाया गया जिसमें मितानिनों द्वारा कुल 1 लाख 66 हजार 220 घरो का सर्वेक्षण किया गया जिसमें 3 हजार 310 लक्षण वाले व्यक्तियों को चिन्हांकित कर उनकी जांच उपरांत 121 कोविड 19 धनात्मक मरीज की पहचान की गई। होम आइसोलेशन में 3 हजार 256 मरीजों को रखा गया था जिसमें से 2 हजार 867 मरीज स्वस्थ्य हुए। इस प्रकार जिले में 235 एक्टीव मरीज होम आइसोलेशन में रखे गये है। कान्टेक्ट ट्रेसिंग के माध्यम से कोविड 19 धनात्मक मरीजों के सम्पर्क में आये व्यक्तियों का सही समय में पहचान कर जांच की जाती है। जिसके लिए जिले में कुल 46 टीमों के माध्यम से सतत् कान्टेक्ट ट्रेसिंग का कार्य किया जा रहा है। जिले में टूनॉट लैब की स्थापना जिला चिकित्सालय में की गई हैं। जिसमें त्वरित कोविड-19 जांच रिर्पोट 24 घन्टे में प्राप्त हो जाती हैं। अबतक 3 हजार 980 कोविड-19 जांच की जा चुका है। जिसमें 389 लोगों का कोविड-19 पहचान कर सफल ईलाज किया जा रहा है।

स्वास्थ्य विभाग छत्तीसगढ़ शासन, जिला प्रशासन, पुलिस प्रशासन एंव अन्य विभागों के समन्वय एंव कलेक्टर के मार्गदर्शन तथा मुख्य चिकित्सा एंव स्वास्थ्य अधिकारी के नेतृत्व में कोरोना महामारी के संक्रमण एंव फैलाव को रोकने के लिए निरंतर प्रयास किया जा रहा है और इस प्रयास में सफलता की ओर अग्रसर भी है।


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