राशन घोटाला; एफआईआर दर्ज।

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रायपुर।मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सोनाखान रवाना होने से पहले बड़ा बयान देते हुए पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमनसिंह पर आरोप लगाया है कि उनके कार्यकाल में सबसे बड़ा राशन घोटाला हुआ है। मुख्यमंत्री ने बताया कि 72 लाख राशन कार्ड का कोटा जारी किया गया है।इस मामले में जानकारी मिली है कि न्टल चाँवल के हेराफेरी का दस्तावेज़ आर्थिक अपराध शाखा को प्रस्तुत किया गया था। इसकी विस्तार से जांच किये जाने पर शिकायत सही पाई गई थी।आर्थिक अपराध शाखा द्वारा विस्तार से जांच किये जाने पर ये भी प्रमाण पाया गया था कि 2013 में खाद्य संचालनायल के अधिकारियों ने 65 लाख राशनकार्ड छपवाए थे और 7 लाख राशन कार्ड का कोटा जारी कर 35 हज़ार क्विन्टल चाँवल को खुले बाजार में बिकवा दिए थे। इसके अलावा राशनकार्ड कटौती के समय 110 प्रतिशत कोटा जारी कर सुनियोजित ढंग से कालाबाजारी करवाये थे। संचालनालय के अधिकारी द्वारा राशन दुकानों में भारी मात्रा में चाँवल का स्टॉक होने के बाद भी लगातार कोटा जारी किया गया साथ ही भारत सरकार द्वारा कम्प्यूटर कार्यक्रम के पैसे से जिलों में 11 रुपये में राशनकार्ड छपवाया गया ।जबकि 4 रुपये में संवाद में राशनकार्ड छप रहे रहे थे। सारे मामले को मुख्यमंत्री द्वारा संज्ञान में लेकर जांच करा के 2015 के संचालनालय में कार्यरत संयुक्त संचालक के खिलाफ आर्थिक अपराध शाखा रायपुर में 13/2020 दर्ज कर विवेचना की जा रही है।
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