एशिया के सबसे बड़े जैतखाम गिरौदपुरी धाम में चढ़ाया जाएगा पालो

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संत शिरोमणि बाबा गुरु घासीदास की आज जयंती मनाई जा रही है। इस मौके पर गांव से लेकर शहर के सभी जैतखामों में पालो (धर्म ध्वजा) चढ़ाकर गुरु पूजा की जाएगी। एशिया के सबसे बड़े जैतखाम गिरौदपुरी धाम में पालो चढ़ाकर पूजा की जाएगी। इसके साथ ही मेले का समापन हो जाएगा। पीसीसी चीफ मोहन मरकाम कार्यक्रम में शामिल होंगे।

इस मौके पर देशभर से श्रद्धालु आज गिरौदपुरी धाम पहुंच रहे है। गिरौदपुरी धाम बाबा गुरु घासीदास की जन्म व तपोभूमि है। बाबा ने मनखे मनखे एक समान का नारा दिया था। संत शिरोमणि बाबा गुरु घासीदास जयंती के दिन हर साल शहर में विशाल शोभायात्रा निकालने की परंपरा रही है।

लेकिन कोरोना के चलते सभी बड़े कार्यक्रम रद्द कर दिए गए हैं। केवल सादगीपूर्ण समारोह ही रखे गए हैं।हर साल इलाकों की झांकियां और पंथी दल शामिल होते हैं। राजधानी रायपुर में पर्व को लेकर लोगों में उत्साह है।


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