इसराइल के साथ बेहतर संबंध चाहता है तुर्की पर फलस्तीनी नीति अहम: अर्दोआन

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तुर्की के राष्ट्रपति रेचेप तैयप्प अर्दोआन ने शुक्रवार को कहा कि तुर्की इसराइल के साथ बेहतर संबंध बनाना चाहता है लेकिन फ़लस्तीनियों को लेकर इसराइल की नीतिअस्वीकार्य है। किसी समय पर सहयोगी रहे तुर्की और इसराइल के संबंधों में हाल के सालों में कड़वाहट आई है। तुर्की फलस्तीन को लेकर इसराइल के रवैये की लगातार विरोध करता रहा है। तुर्की ने हाल ही में अमेरिका की मध्यस्थता से इसराइल और चार मुस्लिम देशों के बीच हुए शांति समझौतों की भी आलोचना की थी। राष्ट्रपति अर्दोआन ने इस्तांबुल में शुक्रवार की नमाज़ के बाद मीडिया से कहा, फ़लस्तीन नीति हमारी सीमा रेखा है। इसराइल की फ़लस्तीन को लेकर नीतियां स्वीकार करना असंभव है। उनकी बेरहम कार्रवाई अस्वीकार्य है। उन्होंने कहा,अगर ऊपरी स्तर पर कोई मसले नहीं होते तो हमारे संबंध बहुत अलग हो सकते थे। दोनों देशों ने खुफिया जानकारी साझा करना जारी रखा। हम अपने संबंधों को बेहतर स्थिति में लाना पसंद करते हैं। वहीं, इसराइल के विदेश मंत्री ने अर्दोआन के बयान पर प्रतिक्रिया देने से इनकार कर दिया। 2018 में ग़ज़ा में फ़लस्तीनी प्रदर्शनकारियों के ख़िलाफ़ इसराइल की हिंसक कार्रवाइयों के विरोध में तुर्की ने अपना राजदूत तेल अवीव से वापस बुला लिया था। हालांकि कुछ समय पहले तुर्की ने इसराइल के लिए अपना राजदूत नियुक्त किया है। इस साल अगस्त में, इसराइल ने तुर्की पर इस्तांबुल में हमास के एक दर्जन सदस्यों को पासपोर्ट देने का आरोप लगाया। साथ ही इसे एक बहुत ही निराशाजनक बताया था।
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