किसान आदोलन का 38 वां दिन : किसान प्रदर्शनकारियों की सरकार को चेतावनी, 4 जनवरी तक मुद्दा सुलझाएं

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सिंघु बॉर्डर पर शुक्रवार को साल 2021 के पहले दिन प्रेस कॉन्फ़्रेंस करते हुए किसान संगठनों ने घोषणा की है कि अगर उनकी मांगें अगली बैठक (4 जनवरी) में नहीं मानी गईं तो वे मार्च निकालेंगे। 

स्वराज इंडिया के नेता योगेंद्र यादव ने इस दौरान कहा, 4 जनवरी को सरकार से अगले स्तर की बातचीत होनी है। अगर हमारी मांगें नहीं मानी गईं तो हम कुंडली-मानेसर-पलवल राजमार्ग पर 6 जनवरी को मार्च करेंगे। हम तारीख़ की घोषणा करेंगे कि कब शाहजहांपुर सीमा से आगे बढ़ना है।

भारतीय किसान यूनियन के नेता युद्धवीर सिंह ने कहा कि 4 जनवरी तक अगर सरकार ने फ़ैसला नहीं लिया तो किसान फ़ैसला करेंगे। उन्होंने कहा कि सरकार किसानों को गंभीरता से नहीं ले रही है जिस तरह से उन्होंने शाहीन बाग़ के प्रदर्शनकारियों को तितर - बितर किया वो हमें भी वैसा करना चाहती है लेकिन ऐसा दिन नहीं आएगा।

इस दौरान योगेंद्र यादव ने कहा कि ऐसा कहा जा रहा है कि 50 फ़ीसदी मुद्दे सुलझ गए हैं जो झूठ है। किसानों की सिर्फ़ दो मांगें हैं। पहली तीनों कृषि क़ानून रद्द हों और दूसरी एमएसपी की क़ानूनी गारंटी मिले।


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