किसान संगठनों और केंद्र सरकार के बीच आठवें दौर की बैठक,आज, क्या बनेगी बात?

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सातवें दौर की बैठक के बाद कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा था कि पर्यावरण अध्यादेश पर रजामंदी हो गई है।ऐसे में पराली जलाना जुर्म नहीं होगा। साथ ही बिजली बिल का मसला भी सुलझ गया है।

कृषि कानूनों पर सरकार और किसानों के बीच गतिरोध जारी है। 26 नवंबर से दिल्ली बॉर्डर पर डेरा डाले किसानों की सरकार से अब तक सात दौर की वार्ता हो चुकी है. सोमवार को एक बार फिर किसान नेता और केंद्रीय मंत्री दिल्ली के विज्ञान भवन में दोपहर 2 बजे मिलेंगे। आज होने वाली बैठक से पहले गाजीपुर बॉर्डर पर बैठे एक किसान ने कहा,हम ऐसे खराब मौसम में अपने परिवार से दूर सड़कों पर बैठे हैं। हम उम्मीद कर रहे हैं कि सरकार आज हमारी मांगों को स्वीकार करेगी। 

इससे पहले 30 दिसंबर को सातवें दौर की बैठक हुई थी। इस बैठक में किसानों के चार प्रस्ताव में से दो पर सहमति बनी. बैठक के बाद कृषि मंत्री नरेंद्र तोमर ने कहा था कि पर्यावरण अध्यादेश पर रजामंदी हो गई है। ऐसे में अब पराली जलाना जुर्म नहीं है

साथ ही बिजली बिल का मसला भी अब सुलझ गया है। जिन दो मुद्दों पर रजामंदी नहीं हुई है वो कृषि कानूनों की वापसी और एमएसपी हैं. इन दोनों मुद्दों पर आज फिर बातचीत होनी है।


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