सुकमा के दुर्गम मेहता गांव में 14 वर्षों बाद स्वास्थ्य केंद्र में हुई डिलवरी

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सेवा जतन सरोकार नारे के लक्ष्य के साथ आम लोगों तक स्वास्थ्य सुविधाओं की पहुंच बढ़ानेे के लिए राज्य सरकार बेहतर अधोसंरचना का विस्तार कर रही है। इसका लाभ शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों के साथ-साथ सुदूर वनंाचल को भी मिल रहा है। इसी कड़ी में सुकमा जिले में पिछले 14 वर्षों से बंद पड़े ग्राम मेहता के उप स्वास्थ्य केन्द्र को दो महीने पहले शुरू किया गया है। यहां पर जब इसी गांव की रहने वाली लक्ष्मी को पुत्री रत्न की प्राप्ति हुई तब पूरे स्वास्थ्य केंद्र में खुशियों की लहर दौड़ गई। अपने पहले बच्चे को घर में ही जन्म देने वाली लक्ष्मी ने कुशल स्वास्थ्य कर्मियों की देखरेख में दूसरे बच्चे के जन्म पर खुशी जताते हुए राज्य सरकार के प्रति आभार व्यक्त किया है।

    दो महीने पहले शुरू हुए उप स्वास्थ्य केंद्र में अब तक तीन गर्भवती महिलाओं का सफल प्रसव किया गया है। पूर्व में कोई भी भवन ना होने के कारण स्वास्थ्य सुविधाएं आमजन तक मुहैया कराने में कठिनाई होती थी। गर्भवती महिलाओं के सफल प्रसव के लिए दूसरे स्वास्थ्य केंद्रों में ले जाना पड़ता था, वहीं कुछ महिलाएं सीमा से लगे राज्य आंध्रप्रदेश के नजदीकी स्वास्थ्य केंद्रों में प्रसव कराने जाती थी।

 मेहता ग्राम में उप स्वास्थ्य केंद्र के नए भवन बनने के बाद क्षेत्र के आसपास के ग्रामीणों को भी राहत मिली है। ग्राम मेहता से लगे दुरमा, पुसगुड़ा, गंगराजपाड़, पिलावाया, भंडारचेलका, डब्बापाड़, निलकातोंग और कनहईगुड़ा के ग्रामीणों को भी उप स्वास्थ्य केंद्र के पुनः प्रारम्भ से सीधा लाभ मिल रहा है।


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