कोरोना वैक्सीनेशन के पहले दिन टीका लेने वाले सबसे बुजुर्ग डॉक्टर को कोई परेशानी नहीं,लेकिन आम्बेडकर अस्पताल की नर्स बीमार

feature-top

कोरोना वैक्सीनेशन का पहला डोज दिए हुए पांच दिन हो चुके हैं। अब टीके के प्रभावों पर चर्चा शुरू हुई है। इसके मिलेजुले नतीजे सामने आ रहे हैं। पहले दिन कोरोना वैक्सीन कोविशील्ड का डोज लेने वाले 78 वर्षीय डॉ. अरुण टी दाबके पूरी तरह स्वस्थ हैं। लेकिन उन्हीं के साथ टीका लगवाने वाली रायपुर के आम्बेडकर अस्पताल की नर्स देवकी सोनवानी की तबीयत बिगड़ गई है। इन दोनों ने 16 जनवरी को रायपुर मेडिकल कॉलेज बूथ पर टीका लगवाया था। डाॅ अरुण टी दाबके ने कहा, वे पूरी तरह स्वस्थ हैं। उनकी नियमित दिनचर्या वैसी ही है। उन्होने स्वास्थ्य कर्मियों से आग्रह किया कि यह टीका सुरक्षित है। उन्होंने स्वास्थ्य कर्मियों से इसे लगवाने का आग्रह किया। उन्होंने कहा, बारी आने पर आम लोगों को भी इसे लगवा लेना चाहिए। राजनांदगांव के वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. पुखराज बाफना ने भी कोई परेशानी नहीं होने की बात कही है।

राज्य टीकाकरण अधिकारी डॉ. अमर सिंह ठाकुर ने उसी दिन जिला अस्पताल में टीका लगवाया था। उन्होंने कहा, टीका लगने के बाद से उन्हें कोई कठिनाई नहीं महसूस हुई है। रायपुर में डॉ. भीमराव आम्बेडकर अस्पताल के अधीक्षक डॉ. विनीत जैन ने कहा , वे उस दिन से नियमित सरकारी काम सामान्य रूप से ही संपादित कर रहे हैं। इस दौरान उन्हें कोई दिक्कत नहीं आई।

जिला अस्पताल में टीके की पहली डोज लगवाने वाले वार्ड बॉय हेमंत कुमार दुबे ने कहा, जिस दिन टीका लगा था, उस दिन भी वे ड्यूटी पर ही थे। वार्ड से आकर टीका लगवाया और फिर वापस वार्ड में चले गए। चार दिन बाद भी उन्हें कोई दिक्कत महसूस नहीं हुई है।

लेकिन आम्बेडकर अस्पताल की नर्स देवकी सोनवानी का अनुभव ठीक उलट है। देवकी को टीका लगने के बाद से ही दिक्कत हो रही है। मिडिया से बातचीत में देवकी ने बताया, टीका लगने के बाद से उनको बुखार हो गया। दिन भर बुखार रहा उल्टी हुई। अधिकारियों को बताया तो उन्हें बुखार की दवा दी गई। अभी भी उनका सिर घूम रहा है, खांसी बढ़ गई है।इन परेशानियों की वजह से उन्होंने कल से शुरू हुई कोरोना ड्यूटी को आगे बढ़ा दिया है।


feature-top