कृषि क़ानून विरोध: संयुक्त किसान मोर्चा आज मशाल रैली आयोजित करेंगे

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पिछले 11 सप्ताह से चल रहे तीन कृषि कानूनों के विरोध में किसानों के यूनियनों के प्रतिनिधियों और केंद्र के बीच गतिरोध के रूप में कोई सुगमता नहीं दिखी है। संयुक्त किसान मोर्चा ने शनिवार को कहा कि किसानों को सरकार द्वारा परजीवी कहा जाने लायक नहीं है और कहा कि वे संसद में पीएम नरेंद्र मोदी के भाषण के संदर्भ में कूटनीतिक सजा ’के साथ जवाब देंगे। किसान संघ के प्रतिनिधियों ने यह भी मांग की है कि 26 जनवरी को हिंसा के लिए जेल में बंद सभी लोगों को उसी जेल में रखा जाए।


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