रेल रोकेंगे किसान - रायपुर के आरंग स्टेशन के बाहर 12 बजे किसानों की सभा

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केंद्र सरकार के कृषि संबंधी तीन विवादित कानूनों के विरोध में किसान आज आरंग रेलवे स्टेशन पर रेल रोकने की तैयारी में हैं। छत्तीसगढ़ किसान-मजदूर महासंघ से जुड़े किसान संगठन आरंग रेलवे स्टेशन के बाहर इकट्‌ठा होंने शुरु हो गये है। इधर, जिला प्रशासन और पुलिस ने साफ कहा है कि वे किसानों को किसी भी स्थिति में रेलवे स्टेशन तक नहीं आने देंगे।

रायपुर के सिटी ASP कार्यालय में बुधवार को छत्तीसगढ़ किसान मजदूर महासंघ के साथ रेलवे पुलिस, जिला प्रशासन और पुलिस अधिकारियों की एक बैठक हुई। रेलवे सुरक्षा बल ने जिला प्रशासन और स्थानीय पुलिस से किसानों को रोकने की मांग की ताकि रेल का संचालन बिना रोक - टोक चलता रहे।

उधर किसानों का कहना है केंद्र सरकार के तीन कृषि संबंधी कानूनों के विरोध में देश भर में रेल रोको आंदोलन का आह्वान हुआ है। उस आंदोलन के समर्थन में उनका संगठन भी यहां रेल रोकेगा। किसान नेताओं ने दावा किया कि उनका आंदोलन शांतिपूर्ण होगा।

काफी देर तक चर्चा के बाद पुलिस अधिकारियों और आरंग SDM विनायक शर्मा ने स्पष्ट कर दिया कि किसान अपना विरोध जता सकते हैं, लेकिन उन्हें रेलवे स्टेशन तक आने नहीं दिया जाएगा। उनका कहना था कि वे स्टेशन के बाहर बैरिकेड लगाकर किसानों को रोकेंगे। किसानों को रोकने के लिए आरंग रेलवे स्टेशन और दूसरे संवेदनशील स्थानों पर पुलिस कर्मियों को बड़ी संख्या में तैनात किया गया है। बैठक में महासंंघ से जुड़े पारसनाथ साहू, रूपन चंद्राकर, द्वारिका साहू, गजेंद्र कोसले, वतन चंद्राकर, जुगनू चंद्राकर आदि शामिल हुए।

किसानों ने कहा - कानून नहीं तोड़ेंगे

छत्तीसगढ़ किसान मजदूर महासंघ के रूपन चंद्राकर ने कहा, हम शांतिपूर्ण ढंग से कृषि संबंधी तीनों कानूनों का विरोध कर रहे हैं। दोपहर 12 बजे से 4 बजे तक रेल रोकने का कार्यक्रम है। रेलवे ट्रैक पर जाने से पहले स्टेशन के बाहर सभा होगी। उसके बाद सभी लोग रेल राेकने जाएंगे। अगर पुलिस ने रोका तो रुक जाएंगे। हम जोर-जबरदस्ती करके कानून नहीं तोड़ेंगे।


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