राजस्व विभाग में अधिकारियों की बदसलूकी, कांग्रेस विधि विभाग ने मंत्री को लिखी कार्रवाई करने चिट्ठी

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रायपुर : छत्तीसगढ़ कांग्रेस के विधि विभाग ने राजस्व अधिकारी नायब तहसीलदार पटवारियों पर लगाम कसने प्रदेश के राजस्वमंत्री को पत्र लिखा है। पत्र में प्रदेश के अधिकांश हिस्से में राजस्व के पटवारी, राजस्व निरीक्षक, नायब तहसीलदार एवं तहसीलदार ने आम जन के छोटे छोटे कार्यो में लेटलतीफी और परेशान किया जा रहा है। जिस पर शासन स्तर पर कार्रवाई करने की मांग की है।

पूरे प्रदेश में आम जन को जमीन संबंधी छोटे छोटे कार्यो के लिए राजस्व विभाग में आना पड़ता है, यह प्रदेश का सबसे महत्वपूर्ण विभाग है। इस विभाग में प्रदेश के अधिवक्ता गण आम जन के सुविधा जल्द प्राप्त हो उसके लिए कानूनी मदद करते हैं, परन्तु कुछ समय से राजस्व अधिकारियों द्वारा गरीब जनता के छोटे छोटे कार्य नामांतरण, नक्शा दुरस्ती सहित खसरा नकल के लिए महीनों चक्कर काटने पड़ता है, जबकि सिटीजन चार्टर बना हुआ है, समय पर कार्य करने के लिए उसका अनुपालन नही किया जा रहा है ,जिससे आम नागरिकों को अपने अधिकारों से वंचित होना पढ़ रहा है।

अभी वर्तमान में डभरा के बीके डहरिया और नेत्र प्रभा सिदार, धमतरी की नायब तहसीलदार की वकीलों से दुर्वव्यवहार की शिकायत प्राप्त हुई, उसके बाद बिलासपुर के 2 पटवारी ने उच्च न्यायालय के वकील रवि माहेश्वरी, आदित्य शर्मा और नायब तहसीलदार तुलसी मंजरी साहू ने महिला अधिवक्ता मधुनिशा सिंह के साथ दुर्व्यवहार किया, जिससे हाईकोर्ट बार एसोसिएशन में गहरी नाराजगी है।

पात्र में संदीप दुबे ने लिखा है कि डभरा,धमतरी और बिलासपुर के प्रकरण की जांच करवाएं तक उन अधिकारियों को कार्य से मुक्त रखें, ये अधिकारीगण शासन की योजनाओं को आम जन तक सरल सुलभ न्याय को फेल करने में लगे है, जिससे कांग्रेस की सरकार के प्रति नाराजगी बढ़ सकती है।

उल्लेखनीय है कि इसी तरह की लोक सेवा गारंटी अधिनियम का पालन नहीं करने के मामले में रायपुर कलेक्टर ने नायब तहसीलदार नोविता सिन्हा को जिला कार्यालय अटैच भी किया है।


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