व्यापारिक समस्याओं के निराकरण के बजाय राजनीतिक रोटी सेंक रहे सुंदरानी, चेम्बर पदाधिकारियों एवं व्यापारियों में आक्रोश

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रायपुर : देश में पूरा व्यापारी वर्ग जीएसटी की विसंगतियों के चलते बहुत सी समस्याओं का सामना कर रहा है। केंद्र सरकार द्वारा जीएसटी में लाए गए नए प्रावधानों के चलते आज यह और भी जटिल हो चुका है और इससे व्यापारियों की समस्या और भी बढ़ गई है। केंद्र सरकार द्वारा लाए गए नए इन नियमों के तहत ई बिल के रूप में छोटे व्यापारियों के सामने अब नई परेशानी खड़ी है। वहीं दूसरी तरफ कर अदायगी में थोड़ी सी लापरवाही होने पर जीएसटी नंबर तक रद्द का प्रावधान किया गया है। जिसके विरोध में कैट द्वारा 26 फरवरी को भारत बंद का आव्हान कर केंद्र सरकार तक व्यापारियों की बात पहुंचाने का प्रयास किया जा रहा है। जीएसटी की जटिलताओं को दूर कर इसे सरल बनाने और व्यापारियों को राहत देने के मकसद से यह देशव्यापी बंद बुलाया गया है जिसे व्यापारियों का पूरा समर्थन मिल रहा है। इसी बीच व्यापारी एकता पैनल के अध्यक्ष श्रीचंद सुंदरानी के एक बयान से व्यापारियों में खासा रोष है। 

श्रीचंद सुंदरानी द्वारा फेसबुक पोस्ट के माध्यम से इस बंद का विरोध किया है। उन्होंने व्यापारियों से जुड़े इस अहम मुद्दे पर अपनी राजनीतिक रोटी सेंकने के लिए केंद्र सरकार के साथ खड़े होने की बात कहते हुए वित्तमंत्री से समाधान की बात कही है। उनके इस पोस्ट को लेकर व्यापारी वर्ग खासा आक्रोशित है। व्यापारी इस बात को लेकर आक्रोशित हैं कि सुंदरानी यदि केंद्र सरकार के साथ खड़े होने और वित्तमंत्री से इसके समाधान की बात कर रहे हैं तो वे आजतक चुप क्यों रहे? इस अहम मुद्दे को लेकर आज तक उन्होंने केंद्र सरकार तक व्यापारियों की बात क्यों नहीं पहुंचाई। उन्होंने आज तक न तो खुलकर व्यापारी हित की बात की और न ही सरकार तक व्यापारियों की समस्याओं के निराकरण का प्रयास किया। व्यापारी इस बात को लेकर भी आक्रोशित है कि सुंदरानी स्वयं को व्यापारी हित में कार्य करने वाले प्रतिनिधि बताते हैं और आज जब व्यापारी वर्ग जीएसटी की इस जटिल समस्या से जूझ रहा है तो वे भाजपा और कांग्रेस की बात कर अपनी राजनीतिक रोटी सेंक रहे हैं। इस पूरे विषय को लेकर सुंदरानी अब व्यापारियों के निशाने पर आ गए हैं जिसका खामियाजा उन्हें चेम्बर चुनाव में देखने को मिल सकता है। संयुक्त प्रेस विज्ञप्ति जारी की जिसमें विशेष रूप निम्नालिखित पदाधिकारी:- उपाध्यक्ष राजेन्द्र जग्गी, दीपचंद कोटडिया, भरत बजाज, विक्रम सिंह देव, नवदीप अरोरा, बिलासपुर , हरनेक सिंह ओजल कांकेर , गिरधर गोविन्दानी बलौदा बाजार, गारगी शंकर मिश्रा भिलाई, शरद चितलांगिया राजनांदगांव , संजोग टावरी बालोद, अतुल देशलहरा कवर्धा, जेठमल कटोडिया मुंगेली, रामकुमार सोनी कोरबा, विनित जैन दुर्ग, राजेन्द जैन, हरीश दरयानी, अजय अग्रवाल, मंहेदी भाई दुर्ग, संजय भागचंदानी भिलाई , भीमन धनवानी राजनांदगांव, राकेश भाई कोरिया, राधाकिशन मोटवानी कांकेर, समीर गुप्ता बालोद, अनिल वाधवानी बिलासपुर, जितेन्द्र चंद्राकर महासंमुद, जुगल भट्टर बलौदा बाजार, गौतम जैन, कवर्धा, श्रीकांत गोवर्धन मुंगेली आदि।


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