अच्छे दिनों के इंतजार में रसोई के बुरे दिन

feature-top

पेट्रोल-डीजल के साथ अब रसोई गैस की बढ़ती कीमत से भी आम आदमी परेशान हो गया है। अच्छे दिनों के इंतजार में रसोई के बुरे दिन आ गये है ,घरेलू गैस सिलिंडर की कीमत में 25 रुपये का और इजाफा हो गया। अब पूरे देश में 14.2 किलोग्राम वाला रसोई गैस सिलिंडर 803.50 रुपये में मिल रही है। यह तीसरी बार है जब फरवरी में रसोई गैस सिलिंडर की कीमतें बढ़ी हैं। 

चार फरवरी को 25 रुपये, 15 फरवरी को 50 रुपये और 25 फरवरी को घरेलू गैस सिलिंडर के दाम में 25 रुपये की बढ़ोतरी कर दी गई। इस तरह बीते 21 दिनों में 14.2 किलोग्राम वाले घरेलू गैस सिलिंडर की कीमत 100 रुपये बढ़ा दी गई है। लगातार दाम बढ़ने से आम आदमी की परेशानी बढ़ गई है।

गैस एजेंसी संचालक ने बताया कि दिसंबर में रसोई गैस की कीमत करीब 603 रुपये थी। तब से लेकर अब तक 200 रुपये बढ़ चुके हैं। पहले दिसंबर में दाम बढ़े, फिर जनवरी और अब फरवरी में तो दाम बेलगाम हो गए हैं। पेट्रोल - डीजल के लगातार दाम भी लगातार बढ़ रहे हैं। ऐसे में माना जा रहा है कि दूसरी चीजों के दामों में तेजी से बढ़ोतरी हो सकती है।

ऐसा कोई खाद्य पदार्थ नहीं, जिसके दाम न बढ़े हों

इस महंगाई ने मेरी रसोई का बजट फिर से बिगाड़ दिया है। ऐसा कोई खाद्य पदार्थ नहीं, जिसके दाम न बढ़े हों। पहले महीने के अंत में कुछ बचत हो जाती थी, लेकिन अब इस बारे में सोच भी नहीं सकते ‌।

पुष्पा मल्होत्रा, गृहिणी

अच्छे दिनों के इंतजार में रसोई के बुरे दिन 

सब कुछ महंगा हो चुका है। अच्छे दिनों के इंतजार में आज रसोई के बुरे दिन आ गए हैं। कोरोना के बाद महंगाई सबसे बड़ी महामारी बन गई है। मध्य वर्गीय परिवार के लिए घर खर्च चलाना अब किसी चुनौती से कम नहीं है। डेजी बेदी जुनेजा, निवासी राजातलाब

अब तो ऑटो से जाना भी महंगा हो गया 

पेट्रोल और डीजल की कीमतें बढ़ने से यातायात महंगा हो गया है। सोचा था कि पब्लिक ट्रांसपोर्ट का इस्तेमाल करने से कुछ पैसे बचेंगे, लेकिन अब वह भी संभव नहीं। ऑटो वालों ने भी किराया बढ़ा दिया है।

-सुप्रिया गोयल, निवासी समता कॉलोनी

घर चलाने के लिए लोन लेने की स्थिति आने वाली है

ऐसा लग रहा है कि घर का खर्च चलाने के लिए भी लोन लेना पड़ेगा। हर महीने सोचते हैं कि कुछ बचा लेंगे, लेकिन महंगाई की वजह से कुछ नहीं बचता। ऐसे में यह तय नहीं हो पाता कि किस चीज में कटौती करें और कहां खर्च करें। नेहा शर्मा, निवासी ब्राम्हण 


feature-top