मेड इन इंडिया दवाइंयों की मांग बढ़ी है - पीएम मोदी

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प्रधानमंत्री मोदी ने आगे कहा कि 7500 के पड़ाव तक पहुंचना इसलिए भी अहम है, क्योंकि छह साल पहले देश में ऐसे 100 केंद्र भी नहीं थे। हम जितना जल्दी हो सके, उतना जल्दी 10,000 का लक्ष्य पूर्ण करना चाहते हैं। इस योजना से फार्मा सेक्टर में संभावनाओं का एक नया आयाम भी खुला है। आज मेड इन इंडिया दवाइयां और सर्जिकल्स की मांग भी बढ़ी हैं। मांग बढ़ने से उत्पादकता भी बढ़ी है, जिससे बड़ी संख्या में रोजगार के अवसर उत्पन्न हो रहे हैं। जरूरी दवाओं को, हार्ट स्टेंट्स को,नी सर्जरी से जुड़े उपकरणों की कीमत को कई गुना कम कर दिया गया है। आज मोटे अनाजों को ना सिर्फ प्रोत्साहित किया जा रहा है बल्कि अब भारत की पहल पर संयुक्त राष्ट्र ने वर्ष 2023 को इंटरनेशनल ईयर ऑफ मिलेट्स भी घोषित किया है। मिलेट्स पर फोकस से देश को पौष्टिक अन्न भी मिलेगा और हमारे किसानों की आय भी बढ़ेगी।
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