श्रीलंका में सार्वजनिक जगहों पर बुर्के पर रोक मामले में सरकार ने दी सफ़ाई

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श्रीलंका में सार्वजनिक तौर पर बुर्का पहनने से रोक लगाने से जुड़ी ख़बरों पर सरकार ने स्पष्टीकरण देते हुए कहा है कि इस बारे में फिलहाल कोई फ़ैसला नहीं लिया गया है।

विदेश मंत्रालय की ओर से जारी किए गए एक बयान में कहा गया है कि सार्वजनिक जगहों पर बुर्का पहनने से रोक लगाने की बात अभी महज प्रस्ताव के स्तर पर है जिस पर विचार किया जा रहा है।

विदेश सचिव एडमिरल प्रोफ़ेसर जयंत कोलबाग ने कहा है कि ईस्टर बम धमाकों की जांच के बाद राष्ट्रीय सुरक्षा की ज़रूरतों के मद्देनज़र एहतियाती उपाय किए जा रहे हैं। इस प्रस्ताव की बुनियाद यही है।

श्रीलंका की सरकार ने कहा है कि सभी संबद्ध पक्षों से इस बारे में विस्तार से बात की जाएगी। ज़रूरी बातचीत और आम सहमति बनाने के लिए पर्याप्त समय दिया जाएगा।

इससे पहले ये ख़बरें आई थीं कि श्रीलंका ने राष्ट्रीय सुरक्षा के नाम पर सार्वजनिक जगहों पर बुर्का पहनने पर पाबंदी लगा दी है। पाबंदी के दायरे में चेहरा ढंकने के अन्य तरीके भी शामिल हैं।

देश के जन सुरक्षा मंत्री शरत वीरशेखर ने मिडिया को बताया था कि उन्होंने इस सिलसिले में कैबिनेट के एक आदेश पर दस्तखत कर दिए हैं जिसे अब संसद की अनुमति की ज़रूरत होगी।

साल 2019 में ईस्टर संडे के दिन चर्च और होटलों में सुनियोजित तरीके से हुए चरमपंथी हमलों के दो साल बाद बुर्के पर पाबंदी का प्रस्ताव सामने आया है।


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