डब्‍ल्‍यूएचओ ने अब तक 61 देशों को भेजी कोरोना वैक्‍सीन, करोड़ों खुराक की तत्‍काल जरूरत

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नई दिल्‍ली : विश्व स्वास्थ्य संगठन कोवैक्स पहल कारगर साबित हो रही है। यूएन के नेतृत्व में शुरू की गई इस पहल के तहत एक महीने में 61 देशों में तीन करोड़ 20 लाख खुराक भेजी जा चुकी हैं। आपको बता दें कि संगठन के महानिदेशक टैड्रॉस एडहेनॉम घेबरेयेसस ने मौजूदा वर्ष के पहले 100 दिनों में हर देश में वैक्‍सीनेशन शुरू करने की अपील की थी। उन्‍होंने अब कहा है कि अब तक विश्‍व के करीब 177 देशों में वैक्‍सीनेशन टीकाकरण की शुरुआत हो गई है। उनके मुताबिक कोवैक्स मुहिम के तहत एक माह में ही 61 देशों में तीन करोड़ 20 लाख से अधिक कोरोना वैक्‍सीन की खुराक पहुंचाई गई हैं।

 

यूएन महानिदेशक के पूर्व में दिए गए बयानों के मुताबिक अब 100 दिन पूरे होने में दो सप्‍ताह का ही समय शेष रह गया है। डब्‍ल्‍यूएच के मुताबिक अब जबकि 100 दिन की अ‍वधि खत्‍म होने वाली है तब भी विश्‍व के करीब 36 देश वैक्सीन पाने का इंतजार कर रहे हैं। कुछ देश ऐसे हैं जहां पर वैक्‍सीन ने पहुंचने की वजह से अब तक वैक्‍सीनेशन का काम तक शुरू नहीं हो सका है। इनमें से इनमें से 16 देशों को अगले 14 दिनों में कोवैक्स योजना के तहत वैकसीन मुहैया करवा दी जाएगी।

 

 

डब्‍ल्‍यूएच का कहना है कि कोवैक्स डिस्‍ट्रीब्‍यूशन के लिए पूरी तरह से तैयार है लेकिन जो वैक्सीन हमारे पास नहीं हैं, उन्हें डिस्‍ट्रीब्‍यूट नहीं किया जा सकता। संगठन का कहना है कि वैक्सीन कूटनीति और निर्यात पाबंदियों के कारण डिमांड सप्‍लाई में काफी अंतर पैदा हो गया है। यूएन प्रमुख का कहना है कि वैक्सीन की बढ़ती मांग की वजह वैक्सीन की खुराक पाने में देरी हो रही है। उनका कहना है कि सौ दिनों में जहां वैक्‍सीन की सप्‍लाई सुनिश्चित की जा चुकी है वहां पर कोरोना की समस्‍या से निजाद दिलाने में काफी हद तक मदद मिल सकेगी।

 

संगठन के प्रमुख ने देशों से अपील की है कि वो उन वैक्‍सीन को जो आपात इस्‍तेमाल के लिए मंजूर की जा चुकी हैं उन्‍हें अधिक मात्रा में दान देने की जरूरत है जिससे जरूरतमंद देशों में वैक्‍सीनेशन का काम शुरू हो सके। उनके मुताबिक कोवैक्स योजना के तहत तत्काल एक करोड़ कोरोना वैक्‍सीन की खुराक की जरूरत है।


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