जिला सहकारी बैंक को इस साल 6.58 करोड़ रुपए का हुआ लाभ, RBI और नाबार्ड के अंकेक्षण में रखा गया ए कैटेगरी में

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दुर्ग : जिला सहकारी बैंक द्वारा लिए गए अनेक नवाचारी निर्णयों के चलते बैंक को वर्ष 2019-20 में 6 करोड़ 58 लाख रुपए का शुद्ध लाभ हुआ है। आरबीआई एवं नाबार्ड ने भी अपने निर्धारित मानदंडों के अनुसार किये गए अंकेक्षण में बैंक को ए कैटेगरी में रखा। यह बात बैंक के प्राधिकृत अधिकारी एवं कलेक्टर डाॅ. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे ने वार्षिक साधारण सभा में अपने संबोधन में कही। डाॅ. भुरे ने बताया कि बैंक के द्वारा पूंजी में वृद्धि के लिए सघन प्रयास किये गए, जिसका सार्थक परिणाम सामने आया। बैंक की अंश पूंजी में पिछले वर्ष की तुलना में 5 करोड़ 81 लाख रुपए की वृद्धि हुई। बैंक के वर्किंग कैपिटल में भी 60 करोड़ 23 लाख रुपए की वृद्धि हुई है।

2530 करोड़ रुपए का भुगतान- अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि इस साल शासन की धान उपार्जन योजना के अंतर्गत बैंक द्वारा 182 समितियों के 281 धान उपार्जन केंद्रों के माध्यम से 3 लाख 11 हजार 453 किसानों से 13.90 लाख मीट्रिक टन धान खरीद कर 2530.65 करोड़ रुपए का भुगतान किसानों के खाते में किया गया। अपने संबोधन में उन्होंने राजीव गांधी किसान न्याय योजना का जिक्र भी किया। उन्होंने कहा कि किसानों को उपयुक्त समय पर आर्थिक सहायता उपलब्ध कराने शासन ने यह योजना आरंभ की थी। शासन से प्राप्त राशि को डीबीटी के माध्यम से किसानों को भुगतान किया गया।

गोधन न्याय योजना के क्रियान्वयन में सहकारिता की बड़ी भूमिका- प्राधिकृत अधिकारी ने अपने संबोधन में कहा कि गोधन न्याय योजना के क्रियान्वयन में सहकारिता की बड़ी भूमिका रही है। गोधन न्याय योजना के माध्यम से पशुपालकों की आय बढ़ाने में मदद मिल रही है।

जल्द आरंभ होगी मोबाइल बैंकिंग सुविधा भी- बैंक द्वारा समिति स्तर पर निःशुल्क माइक्रो एटीएम की सुविधा प्रदान की गई है। बैंक के अमानतदारों-हितग्राहियों को लेन देने की त्वरित सुविधा देने आईएमपीएस ( इमीडिएट पेमेंट सर्विसेज) के तहत प्रक्रिया आरंभ की जा चुकी है। अतिशीघ्र बैंक द्वारा मोबाइल सुविधा भी आरंभ होगी। वर्तमान में 30 एटीएम संचालित हैं। अभी 14 एटीएम और प्रस्तावित हैं। 60 शाखाओं में पैन कार्ड बनाने की सुविधा दी जा रही है। तहसील स्तर की शाखाओं में ई-स्टैंपिंग की सुविधा भी दी गई है।

सदस्यों ने दिये उपयोगी सुझाव- सभा में सदस्यों ने भी एजेंडा पर विस्तृत चर्चा की और बैंक के विकास के लिए अपने उपयोगी फीडबैक दिये। मुख्य कार्यपालन अधिकारी पंकज सोढ़ी ने कहा कि माननीय सदस्यों ने महत्वपूर्ण सुझाव दिये हैं इनसे बैंक के क्रियाकलाप को और बेहतर करने में मदद मिलेगी।

इस अवसर पर मिलयोर बारा नाबार्ड अधिकारी, विनोद कुमार बुनकर, उप पंजीयक सहकारी संस्थाएॅ दुर्ग, बैंक अधिकारी सुश्री कुसुम ठाकुर, एस.के.निवसरकर, के.के.नायक, धीरेन्द्र देवांगन, ए.एस.खान, टी.एल.चन्द्राकर एवं कृषि व गैर कृषि साख सहकारी समितियों के बैंक प्रतिनिधि प्रमुख रुप से उपस्थित रहें। कार्यक्रम का संचालन  हृदेष शर्मा विपणन अधिकारी द्वारा किया गया।


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