350 पुलिसकर्मियों को मिलता है नक्सली भत्ता

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धमतरी : जिले के नक्सल क्षेत्र स्थित थानों में पदस्थ पुलिसकर्मियों को शासन की ओर से 15 प्रतिशत नक्सल भत्ता व 650 रूपए राशन भत्ता अतिरिक्त दिया जाता है। अन्य थानों में यह सुविधाएं नहीं है।

मिली जानकारी के अनुसार धमतरी जिले के 7 थाना मगरलोड, दुगली, नगरी, सिहावा, बोराई, मेचका, खल्लारी नक्सल प्रभावित क्षेत्र के थाना माने जाते हैं। यहां 350 पुलिसकर्मी, डीआरजी, सीएफ कर्मी तैनात हैं। जिन्हें प्रतिमाह 15 प्रतिशत नक्सल भत्ता व 650 रूपए राशन भत्ता अलग से दिया जाता है। 15 प्रतिशत राशि 6वें वेतनमान के आधार पर दिया जाता है। शासन द्वारा दिए जा रहे भत्ते से पुलिसकर्मियों का मनोबल बढ़ता है। इसके अलावा उन्हें नक्सल क्षेत्र में काम करने के दौरान कई प्रकार की अतिरिक्त दिक्कतें भी होती हैं। जबकि सामान्य क्षेत्र में रहने वाले पुलिसकर्मियों को नक्सल इलाके की तरह काम करना नहीं पड़ता। दोनों इलाके के काम करने के तौर तरीके अलग-अलग हैं। इसलिए शासन ने नक्सल प्रभावित क्षेत्र में काम करने वाले पुलिसकर्मियों के लिए नक्सली भत्ता देने की योजना बनाई है।

बस्तर क्षेत्र में काम करने वाले पुलिसकर्मियों को नक्सली भत्ता 50 प्रतिशत मिलता है। कई जिले ऐसे हैं जहां 25 प्रतिशत या 15 प्रतिशत भत्ता दिया जाता है। चूंकि धमतरी जिले और बस्तर में नक्सल प्रभावित इलाकों की परिस्थितियां अलग-अलग है। इसलिए यहां के पुलिसकर्मियों के लिए 15 प्रतिशत भत्ता देने का प्रावधान है। इस संबंध में पुलिस अधीक्षक बीपी राजभानु का कहना है कि धमतरी जिले के 7 थानों को नक्सली प्रभावित माना गया है। इन थानों में तैनात में तैनात एसडीओपी, थानेदार, उपनिरीक्षक, सहायक उपनिरीक्षक, हवलदार, आरक्षक को 15 प्रतिशत नक्सली भत्ता व राशन भत्ता देने का प्रावधान है। यह भत्ता प्रत्येक माह दिया जाता है।


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