सरकार किसान आंदोलन के साथ ना करे शाहीन बाग जैसा बर्ताव, जरूरत पड़ी तो 2023 तक चलेगा आंदोलन: राकेश टिकैत

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भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने बुधवार को कहा कि भारत सरकार को दिल्ली के तमाम बॉर्डरों पर चल रहे किसान आंदोलन के साथ बीते साल दिल्ली में हुए शाहीन बाग के आंदोलन जैसा व्यवहार नहीं करना चाहिए। किसान नेता ने दावा किया कि नए कृषि कानूनों के निरस्त होने के बाद ही प्रदर्शनकारी घर जाएंगे।उन्होंने कहा कि प्रदर्शनकारी सभी किसान कोविड- 19 प्रोटोकॉल का पालन करेंगे और अगर जरूरत पड़ी तो 2023 तक अपना आंदोलन जारी रखेंगे।

आपको बता दें कि पिछले साल शाहीन बाग सीएए विरोधी प्रदर्शन के केंद्र के रूप में उभरा था, जो कि दिसंबर 2019 में शुरू हुआ था और इसमें महीनों तक लोगों ने हिस्सा भी लिया था। इसके बाद दिल्ली पुलिस ने 24 मार्च, 2020 को इस विरोध स्थल को खाली करा लिया था, क्योंकि कोरोनावायरस के प्रकोप को देखते हुए एक दिन पहले ही देशव्यापी लॉकडाउन लगा दिया गया था।


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