राज्य महिला आयोग अध्यक्ष डॉ किरणमयी नायक ने चैत्र नवरात्रि की प्रदेशवासियों को दी शुभकामनाएं

feature-top

*इस नवरात्रि पर्व पर अपने आसपास की समस्त नारी जाति के प्रति सम्मान का भाव रखने का संकल्प लें - डॉ नायक*

रायपुर 12 अप्रैल 2021/राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष डॉ किरणमयी नायक ने सभी प्रदेशवासियों को पवित्र चैत्र नवरात्रि पर्व की बधाई एवं शुभकामनाएं दी है।

उन्होंने कहा कि इस पावन पर्व पर मैं शक्ति एवं समृद्धि की स्वरूप माँ दुर्गा से हम सबकी खुशहाली, उन्नति एवं समृद्धि की प्रार्थना करती हूँ। यह पर्व हमें नारी का सम्मान करने की प्रेरणा देती है, इस अवसर पर हमें समाज में व्याप्त कुरीतियों व महिलाओं पर हो रहे अत्याचारों को खत्म करने का संकल्प लेना चाहिए।
समाज के निर्माण में स्त्री की मुख्य भूमिका होती है अर्थात् स्त्री समाज का आधार होती है। धर्मग्रन्थों में स्त्री को संसार की जननी कहा गया है। उसे देवी की तरह पूजा और सम्मान दिया जाता है। स्त्री को पुरूष सह-धर्मचारिणी कहा गया है, अर्थात् धर्म आदि कार्यों में उसका बराबर का सहयोग रहता है। उसे पुरूषों के समान ही जीवन का मजबूत आधार स्तंभ माना गया है। बीते समय में स्त्री का घर से निकलकर नौकरी करना बुरा माना और ‘‘अबला’’ समझा जाता था, किन्तु वर्तमान में शिक्षा ने स्त्री की परिभाषा बदल दी है। आज स्त्री जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में सराहनीय कार्यों को अंजाम दे रही है। आज वह किसी पर आश्रित नहीं है। नौकरी की जिम्मेदारियों को निभाने के साथ-साथ घर-परिवार को संभाल रही है। ऐसे समय में हमारी जिम्मेदारी और बढ़ जाती है कि सम्पूर्ण नारी जाति के प्रति आदर और सम्मान का भाव रखें । क्योंकि वास्तव में यही तो जीवित देवी है ,जो ईश्वर का कार्य कर दुनिया मे सृजन कर मानवता को जन्म देती है । इसलिये धर्म ग्रँथों में भी कहा गया है , जहाँ नारी की पूजा होती है वहाँ देवता रहते हैं - आज के संदर्भ में इसे कह सकते हैं कि नारी का सम्मान करने वाले का सम्मान बढ़ता है , और जो नारी का अपमान करता है उसका सर्वनाश होता है ।

वर्तमान में चल रहे कोरोना संकट के समय में हम सब निर्धारित नियमों का पालन करते हुए  ही माता रानी की आराधना करें और संकल्प लें ,
कि चाहे वह बेटी हो , बहन हो , माँ हो , किसी भी रूप में ,कभी भी किसी महिला पर अत्याचार नहीं करेंगे ।


feature-top