छत्तीसगढ़ में किस जिले को कितना मिलेगा रेमडेसिविर इंजेक्शन, स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने जारी की सूची

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बढ़ते कोरोना संक्रमण मरीजों के पास ऑक्सीजन के साथ साथ रेमडेसिविर इंजेक्शन की मांग भी तेजी से बढ़ गई है | वही दूसरी तरफ इस इंजेक्शन की कालाबाजारी की खबर आ रही हैं | बता दे रेमडेसिविर इंजेक्शन में इस्तेमाल होने वाली दवा पर लगने वाले आयात शुल्क पर छूट दे दी गई है | 

फेफड़े के इंफेक्शन से बचाता है रेमडेसिविर

कोरोना जैसी जानलेवा महामारी में रेमडेसिविर इंजेक्शन मरीजों के लिए संजीवनी बूटी से कम नहीं है. कोरोना की वजह से फेफड़ों में इंफेक्शन होता है और फिर मरीज को निमोनिया हो जाता है. रेमडेसिविर इंजेक्शन फेफड़े के इंफेक्शन से लोगों को बचाता है. फेफड़े में इंफेक्शन के आधार पर रेमडेसिविर के इंजेक्शन दिए जाते हैं. ज्यादा गंभीर स्थिति में एक मरीज को 6 इंजेक्शन तक लगाने पड़ते हैं. यही वजह से रेमडेसिविर की भारी डिमांड है.

 दरअसल, जो मरीज अस्पताल में भर्ती होते हैं उनके फेफड़े में इंफेक्शन काफी बढ़ चुका होता है. जिस वजह से उन्हें रेमडेसिविर के कई इंजेक्शन लगाने पड़ते हैं. बता दें कि भारत में रेमडेसिविर इंजेक्शन कई कंपनियां बना रही हैं. जिनमें सबसे महंगी इंजेक्शन करीब 5400 रुपये और सबसे सस्ती इंजेक्शन 899 रुपये की है.

छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने ट्वीट कर बड़ी जानकारी दी है, उन्होंने बताया है की छत्तीसगढ़ के जिलों को प्रतिदिन कितने रेमडेसिविर इंजेक्शन दिए जाएंगे. देखें नीचे दी गई सूची...


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