मोहन मरकाम ने तेंदूपत्ता संग्राहकों को पारिश्रमिक का किया नगद भुगतान

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कोण्डागांव, बस्तर संभाग में हरा सोना के नाम से विख्यात तेंदूपत्ता के संग्रहण का समय आते ही वनवासियों के चेहरों में खुशी की लहर दौड़ जाती है। तेंदूपत्ता कोण्डागांव के वनांचलों में बहुतायत मात्रा में प्राप्त होता है। यह जनजातिय संस्कृति का भाग होने के साथ आर्थिक दृष्टिकोण से भी वनवासियों के लिए आवश्यक है। पहाड़ी-पठारीय क्षेत्र होने एवं खेती के वर्षा पर निर्भरता के कारण ग्रीष्म ऋतु में वनांचलों की आय का एकमात्र साधन तेंदूपत्ता संग्रहण होता है। ऐसे में वर्ष 2021 के प्रारंभ के बाद लगातार बढ़ रहे कोरोना के संक्रमण के कारण तेंदूपत्ता संग्रहण के इस सीजन में लाॅकडाउन का ग्रहण लग गया था। जिससे बैंकों में लेन-देन केवल सीमित मात्रा में किया जाने लगा। इससे ग्रामीणों को तेंदूपत्ता संग्रहण की राशि जो कि उनके खातों में डीबीटी के माध्यम से सीधे अंतरित की जाती थी, प्राप्त करने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था। इन परिस्थितियों को देखते हुए जिला प्रशासन एवं वन विभाग के द्वारा राज्य शासन को तेंदूपत्ता संग्रहण की राशि नगद हस्तांतरण की अनुमति प्रदान करने हेतु पत्राचार किया गया। जिसपर राज्य शासन द्वारा वनावासियों की परेशानियों को ध्यान में रखते हुए नगद भुगतान हेतु जिला प्रशासन को अनुमति प्रदान कर दी। इस पर कलेक्टर पुष्पेन्द्र कुमार मीणा द्वारा सभी लघु वनोपज समितियों को नगद भुगतान का आदेश जारी किया गया।

इसके तहत् आज जिले के विधायक मोहन मरकाम द्वारा जोंधरापदर, कोपाबेड़ा, सम्बलपुर, बनियागांव, दहिकोंगा, बड़ेबंजोड़ा, मुनगापदर, माकड़ी, घोड़ागांव, वनउसरी, सुकूरपाल, बड़ेबेंदरी, बड़ेकनेरा, कोकोड़ी, चिखलपुटी के प्राथमिक लघु वनोपज समितियों में जाकर तेंदूपत्ता संग्रहण सीजन वर्ष 2021 में संग्रहण करने वाले पांच-पांच तेंदूपत्ता संग्राहकों को संग्रहण की पारिश्रमिक राशि नगद भुगतान किया जा रहा है। इसी तरह रविवार को अमरावती के प्राथमिक लघु वनोपज समिति में भी पांच तेंदूपत्ता संग्राहकों को पारिश्रमिक राशि नगद प्रदान की गई थी।

इस अवसर पर विधायक द्वारा ग्रामीणजनों को संबोधित करते हुए उन्हें कोविड-19 संक्रमण से बचाव हेतु शासन द्वारा जारी निर्देशों का पालन करने एवं अधिक से अधिक लोगों को टीकाकरण द्वारा स्वयं एवं अपने परिवार को इस संक्रमण से बचाने का संदेश दिया गया साथ ही वनों का संरक्षण, अग्नि से वनों का बचाव तथा वनों में अवैध अतिक्रमण न करने हेतु सुझाव भी दिया गया।

उल्लेखनीय है कि जिला वनोपज संघ दक्षिण कोण्डागांव के अंतर्गत सुदूर वनांचलों में रहने वाले तेन्दूपत्ता संग्राहकों को कोविड-19 संक्रमण को ध्यान में रखते हुए विधायक मोहन मरकाम द्वारा कोविड-19 के बचाव हेतु दिये गये निर्देशों का पालन करते हुए सामाजिक दूरी बना कर प्रत्येक प्राथमिक लघु वनोपज समिति के मुख्यालय पहुंचकर पांच-पांच तेन्दूपत्ता संग्राहकों को तेन्दूपत्ता सीजन वर्ष 2021 में संग्राहक द्वारा संग्रहित तेन्दूपत्ता के पारिश्रमिक की राशि छत्तीसगढ़ शासन के निर्देशानुसार नगद रूप में संग्राहकों को भुगतान की जा रही है।


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