अम्बिकापुर : जिला एवं ब्लाक स्तर पर तत्काल सक्रिय करें कंट्रोल रूम - कलेक्टर

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कलेक्टर संजीव कुमार झा ने आने वाले प्राकृतिक आपदा महा चक्रवात यास के प्रभाव से निपटने सोमवार को जिला अधिकारियों की ऑनलाइन बैठक लेकर जिम्मेदारी सौंपी। उन्होंने कहा कि जिला एवं ब्लाक स्तर पर 24 घंटे संचालित कंट्रोल रूम तत्काल सक्रिय करें। कंट्रोल रूम में 2-2 कम्प्यूटर ओपरेटर सहित अन्य कर्मचारियों की ड्यूटी लगाएं। कंट्रोल रूम का फोन नंबर हमेशा चालू रहे और कर्मचारी फोन आने पर अटेंड कर तत्काल संबंधित को सूचित करें।

कलेक्टर ने कहा कि मौसम विभाग के द्वारा सूचित किया गया है कि बंगाल की खाड़ी से उठने वाला चक्रवात यास साधारण नही बल्कि महाचक्रवात है जो 27 मई तक जिले में पहुंचने की संभावना है। आपदा राहत से जुड़े विभाग 26 से 29 मई तक विशेष रूप से सतर्क रहें। 4 दिन तक किसी भी अधिकारी- कर्मचारी को अवकाश न दें और मुख्यालय में ही रहे। चक्रवात के प्रभाव से तेज आंधी तूफान चलने से पेड़ का गिरना, घरों के छप्पर उड़ना, बिजली के खम्भो का टूटना, कच्ची दिवालो का गिरना इत्यादि घटनाएं हो सकती है जिससे विद्युत एव पेयजल आपूर्ति बाधित हो सकती है। जल्द से जल्द विद्युत एवं पेयजल आपूर्ति बहाल करना पहली प्राथमिकता होगी। इसलिए विद्युत विभाग एवं पीएचई संबंधित विभागों से समन्वय कर रैपिड एक्शन प्लान बनाएं। नगर निगम एवं विद्युत विभाग शहरी क्षेत्र में गिरे हुए पेड़ो की कटाई सफाई के लिए जेसीबी एवं पेड़ कटिंग मशीन और टीम तैयार रखे। पेयजल आपूर्ति बाधित न हो इसके लिए नगर निगम 4-5 दिन के लिए जनरेटर किराए पर लें। विद्युत विभाग शहर में फोन नंबर सहित हेल्प सेंटर स्थापित कर 24 घण्टे कर्मचारी तैनात करें। प्रत्येक हेल्प सेन्टर में तकनीकी अमला की टीम हो । जरूरत पड़ने पर निजी मिस्त्रियों को भी रखें फोन हमेशा चालू रहे और कर्मचारी शिकायत अटेंड करें। इसमे कोई लापरवाही लापरवाही बर्दाश्त नही की जाएगी। इसके साथ ही ग्रामीण क्षेत्रो में भी टीम गठित कर जरूरी उपकरण उपलब्ध कराएं।

 कलेक्टर ने कहा कि जिला सेनानी फायर ब्रिगेड तथा आपदा राहत टीम के साथ वालंटियर्स की भी तैनाती कर चाक चैबंद व्यवस्था करें। सीएमएचओ सभी एम्बुलेंस को तैयार रखें । सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में भी एक-एक एम्बुलेंस तैयार रहे। वन विभाग पेड़ की कटाई के लिए टीम तैयार रखें । जो पेड़ या शाखा गिरने की स्थिति में है उसकी कटाई कराये। सभी थानों में पुलिस अत्तिरिक्त बल के साथ सतर्क रहें। एसडीएम और जनपद सीईओ ब्लाक स्तर पर आपदा राहत टीम सक्रिय करे। 24 घंटे से ज्यादा बारिश होने पर जल भराव की स्थिति वाले गॉंव का चिन्हांकन कर राहत पहुंचाने जरूरी उपाय करें। मकान क्षति होने पर प्रभावित लोगों को तत्काल राहत पहुंचने के लिए क्वारान्टाइन सेंटर को अभी से राहत केंद्र बनाएं। इसी प्रकार पशुचिकित्सा विभाग अपने सभी औषधालयों में चिकित्सको एवं दवाई की उपलब्धता सुनिश्चित करेंगे।

बैठक में पुलिस अधीक्षक श्री टीआर कोशिमा, जिला पंचायत के सीईओ श्री विनय कुमार लंगेह, अपर कलेक्टर श्री एएल ध्रुव सहित अन्य जिला अधिकारी ऑनलाइन जुड़े हुए थे।


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