कोरोना वारियर्स का हुआ सम्मान, बृजमोहन न कहा - तीसरी लहर में भी जारी रहेगी सेवा

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रायपुर। काईट कॉलेज नरदहा रायपुर में कृति कोविड केयर सेंटर (नि:शुल्क) 18 अप्रैल, 2021 से संचालित है। यहाँ से 310 से ज़्यादा मरीज स्वस्थ होकर डिस्चार्ज हो चुके हैं। डिस्चार्ज हो कर घर जा रहे सभी मरीजों को 10 दिन की दवाईयों की किट के साथ पोस्ट-कोविड चिकित्सिह सलाह का भी एक डॉक्यूमेंट उपलब्ध कराया गया है।

कृति कोविड केयर सेंटर (निःशुल्क) में आज कोविड सेंटर में फ्रंटलाइन में सेवा देने वाले कोरोना वारियर्स का सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के मंच में आरएसएस के छत्तीसगढ़ प्रान्त के प्रान्त प्रचारक प्रेमशंकर सिदा, वरिष्ठ समाजसेवी रामजीलाल अग्रवाल, पूर्व मंत्री व विधायक बृजमोहन अग्रवाल, सांसद सुनील सोनी रामप्रताप सिह , डॉ कमलेश्वर अग्रवाल, डॉ अशोक त्रिपाठी, डॉ गंभीर सिंह उपस्थित थे। कृति कोविड केयर सेंटर के द्वारा सभी अतिथियों का श्रीफल एवं सॉल देकर सम्मान किया गया वही सेंटर में सेवा देने वाले सभी डॉक्टरों, पैरामेडिकल स्टाफ, नर्स, वार्ड बॉय, स्वीपर, गार्ड, एम्बुलेंस ड्राइवर सहित सभी का स्मृति चिन्ह व उपहार देकर सम्मान किया गया।

 

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए बृजमोहन अग्रवाल ने कहा की जरूरत पड़ी तो कृति कोविड सेंटर नि:शुल्क संभावित कोरोना के तीसरी लहर के लिए भी तैयार है। उन्होंने कहा कि सेवा भाव मानवता को लक्ष्य बनाकर यह सेंटर ऐसे समय में प्रारंभ किया गया जब प्रदेश में एक-एक बेड के लिए, ऑक्सीजन के एक-एक सिलेंडर के लिए मारामारी चल रही थी, मेरे पास भी देर रात से लेकर 24 घंटे लोगों के फोन आते थे कि हमें बेड दिलवा दीजिए सारे प्रयासों के बाद मैं भी लोगों को सहयोग कर पाने में अपने आप को असहाय पाने लगा था। तभी मैंने यह तय किया कि एक अच्छा नि:शुल्क कोविड केयर सेंटर की स्थापना किया जाना चाहिए और मैंने समाजसेवीयों व डॉक्टरों से चर्चा कर अल्प समय में ही 7 दिन के अंदर ही इस सेंटर की स्थापना की गई, और यह तय किया गया कि हमारे सेंटर तक जो भी कोविड के मरीज आएंगे हम उन्हें किसी भी स्थिति में वापस नहीं करेंगे। उन्हें भर्ती कर इस्टैबलिश करने का प्रयास करेंगे और जरूरत पड़ी तो उन्हें अच्छे से अच्छे हॉस्पिटल में ले जाकर उनका इलाज करवाएंगे और हमारे सेंटर ने यह कर भी दिखाया 25 से अधिक मरीजों को जो अत्यंत गंभीर थे उन्हें एस्टेबलाइस कर बड़े हॉस्पिटलों में भर्ती करवाया गया। जिसमें से अनेकों मरीज का खर्च सेंटर ने वहन किया है। वही अनेक बड़े हॉस्पिटल में भर्ती मरीज जिन्हें आर्थिक समस्या थी ऐसे 23 मरीज बड़े हॉस्पिटलों से डिस्चार्ज होकर कृति सेंटर आए और सभी के सभी स्वस्थ होकर घर को गए। यह एक छोटा सा प्रयास था पर आप सब ने जो सहयोग व हिम्मत दी है उसी के बल पर इस काम को भी सफलतापूर्वक कर दिखाया ।


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