योगी का दिल्ली दौरा

feature-top

पश्चिम बंगाल चुनाव में हार के बाद कोविड-19 संक्रमण की दूसरी लहर पीक पर पहुंच गई और उत्तर प्रदेश समेत बीजेपी शासित कई राज्यों में सरकार की तैयारियों पर सवालिया निशान लगने लगे।

उसी दौरान उत्तर प्रदेश सरकार में दिक्कतों की ख़बरें आने लगीं,योगी आदित्यनाथ सरकार में शामिल कई मंत्री नेतृत्व पर सवालिया निशान लगाने लगे।

संघ के कथित दखल और योगी आदित्यनाथ के दिल्ली आकर प्रधानमंत्री और गृह मंत्री से 'मार्गदर्शन' लेने के बाद स्थिति थोड़ी काबू में आती दिखी,, तभी अयोध्या में ज़मीन ख़रीद को लेकर आरोप सामने आने लगे।

आम आदमी पार्टी और समाजवादी पार्टी ने ट्रस्ट पर गंभीर आरोप लगाए। इन आरोपों को ट्रस्ट के सचिव चंपत राय ने राजनीति से प्रेरित बताते हुए ख़ारिज किया. उनके समर्थन में उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्रियों और बीजेपी नेताओं ने भी बयान दिए लेकिन विपक्ष इसे मुद्दा बनाकर ट्रस्ट और बीजेपी पर हमला बोलता रहा.


feature-top