महिला की शादी का ये इश्तिहार छपते ही वायरल हो गया

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भारत में नारीवादी कार्यकर्ता आमतौर पर अख़बारों के वैवाहिक विज्ञापनों के ज़रिए जीवनसाथी की तलाश नहीं करती हैं।

 वैवाहिक विज्ञापन अमूमन जातियों और धर्म के आधार पर वर्गीकृत होते हैं और उनमें त्वचा के रंग, ऊंचाई शक्ल के बारे में बताया जाता है। कई विज्ञापनों में तो आय और पारिवारिक समृद्धि की शेखी भी बघारी जाती है। 

पिछले सप्ताह जब अख़बार में एक 'छोटे बालों और छिदे जिस्म का जिक्र करने वाली वैचारिक नारीवादी लड़की' के लिए ऐसे अमीर दूल्हे की तलाश में विज्ञापन प्रकाशित हुआ जो 'अमीर हो, हैंडसम हो, महिलावादी हों और पादता और डकार न लेता हो' तो ये तुरंत वायरल हो गया।

कॉमेडियन अदिति मित्तल ने इस विज्ञापन को ट्विटर पर पोस्ट करते हुए सवाल पूछा कि उनकी तरफ से ये विज्ञापन किसने पोस्ट किया है?


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