तेजस्वी ने फिर दिया ऑफ़र, नीतीश-बीजेपी के ख़िलाफ़, साथ आएंगे चिराग?

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राजनीति कहावतें गढ़ती है, कई बार राजनीति कहावतों के मुताबिक आगे बढ़ती है।

राजनीति में अक्सर इस्तेमाल होने वाली तीन मशहूर कहावते हैं। पहली है, दुश्मन का दुश्मन दोस्त होता है। दूसरी है,'राजनीति में कोई स्थाई दोस्त या दुश्मन नहीं होता। और तीसरी है, 'राजनीति संभावनाओं का खेल है।

राष्ट्रीय जनता दल के नेता और बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव इन दिनों जिस तरह लोक जनशक्ति पार्टी के सांसद चिराग पासवान को साथ आने का न्योता दे रहे हैं, वो कोशिश इन कहावतों का सटीक उदाहरण मालूम होती है। नीतीश कुमार पर तीखा हमला बोलने वाले और उन्हें अपनी पार्टी में फूट का जिम्मेदार बताने वाले चिराग पासवान बीते दिनों बीजेपी के रुख पर भी नाखुशी जाहिर कर चुके हैं।

चिराग पासवान ने अभी बीजेपी और एनडीए से नाता तोड़ने का एलान नहीं किया है। न ही तेजस्वी यादव का ऑफ़र मंजूर किया है लेकिन मिडीया के साथ ख़ास बातचीत में वो तेजस्वी यादव को 'छोटा भाई' बता चुके हैं और ये भी जाहिर कर चुके हैं कि दोनों के बीच 'संवाद होता है।


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