वीरभद्र सिंह: पार्थिव देह के सामने विक्रमादित्य सिंह का हुआ राजतिलक, 123वें राजा बने, वाद्य यंत्रों से गूंजी राजा की रियासत

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रामपुर स्थित राज दरबार पदम पैलेस में सुबह नौ बजे वीरभद्र सिंह की पार्थिव देह के सामने पर्दे में विक्रमादित्य सिंह का राजसी परंपरा के तहत राजतिलक हुआ और उन्हें राजगद्दी सौंपी गई। विक्रमादित्य सिंह बुशहर रियासत के 123वें राजा बने हैं। बंद कमरे में राज पुरोहितों ने राजतिलक की परंपरा का अनुष्ठान करवाया। इस दौरान पारंपरिक लोकवाद्य यंत्रों की ध्वनियों से राजा की रियासत गूंज उठी। दोपहर बाद अंतिम शवयात्रा निकलेगी। उसके बाद वीरभद्र सिंह का पार्थिव शरीर पंचतत्व में विलीन होगा।रामपुर में जोबनी बाग में अंतिम संस्कार किया जाएगा। सुबह से ही हजारों की संख्या में लोगों के पहुंचने का क्रम जारी है। शिमला, किन्नौर,मंडी, कुल्लू के अलावा प्रदेशभर से लोग अंतिम दर्शन के लिए पहुंचे हैं।लोगों का भारी हुजूम उमड़ा है। वीरभद्र सिंह के अंतिम संस्कार में दो राज्यों के मुख्यमंत्री और कई दिग्गज नेता शामिल होंगे।
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