चीन ने ऑनलाइन गेमिंग को कहा "इलेक्ट्रॉनिक ड्रग्स", गिरे कंपनियों के शेयर

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चीन के एक सरकारी मीडिया आउटलेट ने ऑनलाइन गेमिंग की आलोचना करते हुए उन्हें “इलेक्ट्रॉनिक ड्रग्स” की संज्ञा दी है। 

इसके बाद चीन की दो बड़ी गेमिंग कंपनियों टेनसेंट और नेटईज़ के शेयरों में दस फीसदी की गिरावट दर्ज की गयी है। 

पिछले कुछ दिनों से जिस तरह सरकार ने तकनीक क्षेत्र की कंपनियों को आड़े हाथों लिया है, उससे निवेशकों की चिंताएं बढ़ गयी हैं। 

सरकार ने प्राइवेट ट्यूटर सेवा देने वाली शिक्षा एवं तकनीक क्षेत्र की कंपनियों पर अपना शिकंजा कसने के लिए नए कदम उठाए हैं। 

क्यों की गयी है आलोचना? 

सरकार द्वारा चलाए जाने वाले इकॉनोमिक इन्फॉर्मेशन डेली में छपे एक लेख में बताया गया है कि बच्चे और किशोर ऑनलाइन गेमिंग के आदी हो रहे हैं जो उन पर नकारात्मक असर डाल रहा है. ये न्यूज़ आउटलेट आधिकारिक न्यूज़ एजेंसी शिन्हुआ से जुड़ा हुआ है। 

इस आर्टिकल में टेनसेंट के लोकप्रिय खेल हॉनर ऑफ़ किंग्स का ज़िक्र करते हुए कहा गया है कि छात्र इस गेम को एक दिन में आठ घंटे तक खेल रहे हैं। 

इस लेख में ये बताते हुए इंडस्ट्री पर नए प्रतिबंध लगाए जाने की मांग की गयी थी। 

इस आर्टिकल में लिखा गया, “किसी भी उद्योग, किसी भी खेल को इस तरह विकसित होने की अनुमति नहीं दी जा सकती है कि एक पूरी पीढ़ी ही ख़त्म कर दे। इसके साथ ही इसे अफीम की संज्ञा भी दी गयी।

बचाव की मुद्रा में आई कम्पनी

टेनसेंट ने कहा है कि वह अपने गेम 'हॉनर ऑफ़ किंग्स' तक बच्चों की पहुंच और खेलने के समय में कटौती लाने के लिए कदम उठाएगी. कंपनी ने ये भी कहा है कि वह अपने सभी खेलों के लिए एक नीति बनाने जा रही है।

इकॉनोमिक इनफॉर्मेशन डेली द्वारा अपने वीचैट पेज़ से आर्टिकल हटाए जाने के बाद शेयर की कीमतों में रिकवरी देखने को मिली।

इससे एक हफ़्ते पहले भी टेनसेंट के शेयरों में भारी गिरावट देखी गयी थी जब सरकार ने टेनसेंट से दुनिया भर के रिकॉर्ड लेबल्स के साथ अपनी एक्सक्लूसिव म्यूजिक लाइसेंस डील तोड़ने के लिए कहा था।

इसका उद्देश्य चीन की ऑनलाइन म्यूजिक स्ट्रीमिंग इंडस्ट्री में टेनसेंट के प्रभुत्व का सामना करना था।

साल 2016 में एक अधिग्रहण के बाद से टेनसेंट चीन के एक्सक्लूसिव म्यूजिक स्ट्रीमिंग राइट्स में से 80 फीसदी का नियंत्रण करती है।

चीनी सरकार पिछले कुछ समय से अपने देश की बड़ी कंपनियों पर शिकंजा कस रही है जिसके चलते टेनसेंट समेत कई कंपनियों के शेयरों में गिरावट देखी जा रही है।


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